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सेना के काफिले पर हमले की पुरानी फोटो मणिपुर के हालिया अटैक की बताकर वायरल

ये फोटो 2015 की है. तब मणिपुर के चंदेल में उग्रवादियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हुए थे

अर्पिता घोष
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>ये फोटो 2015 की है. तब मणिपुर के चंदेल में उग्रवादियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था</p></div>
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ये फोटो 2015 की है. तब मणिपुर के चंदेल में उग्रवादियों ने सेना के काफिले पर हमला किया था

(फोटो: Altered by The Quint)

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सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये फोटो मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर जिले में हुए एक अंबुश (घात लगाकर किया गया हमला) की है, जिसमें 7 लोग मारे गए थे.

बता दें कि 13 नवंबर को उग्रवादियों ने मणिपुर में 46 असम राइफल्स (Assam Rifles) के एक सैन्य काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार लोगों समेत 7 लोग मारे गए थे.

हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो 2015 की है. 4 जून 2015 को मणिपर के चंदेल जिले में उग्रवादियों ने सैन्य काफिले पर हमला कर 20 सैनिकों को मारा था. ये फोटो इसी घटना का निरीक्षण करते भारतीय सुरक्षा कर्मियों की है.

दावा

फोटो को केंद्रीय मंत्री गंजेंद्र सिंह शेखावत ने इस दावे के साथ शेयर किया है, "मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में आतंकियों द्वारा सेना के काफिले पर किया गया हमला देश के दुश्मनों की कायरता है। मैं शहीद हुए असम राइफल्स के 7 जांबाजों को नमन करता हूं। घायल वीरों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले। हम आपके कृतज्ञ और ऋणी हैं। परिजनों से पूरे देश की संवेदनाएं जुड़ी हुई हैं। यह तय है कि उन कायर हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा."

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

इस फोटो को फेसबुक और ट्विटर पर कई यूजर्स ने शेयर किया है, जिनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें ये फोटो Hindustan Times के एक आर्टिकल में मिली.

ये स्टोरी 11 जून 2015 को पब्लिश हुई थी, जिसकी हेडलाइन थी, ''High alert across NE after reports of NSCN-K militants enter India." (अनुवाद- NSCN-K के उग्रवादियों के भारत में प्रवेश करने की खबर के बाद पूरे नॉर्थ-ईस्ट में हाई एलर्ट)

ये आर्टिकल 2015 में पब्लिश हुआ था

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Hindustan Times)

हमने गूगल पर जरूरी कीवर्ड की मदद से सर्च करके देखा और हमें Getty Images पर यही फोटो मिली.

फोटो के कैप्शन में लिखा था, ''4 जून 2015 को ली गई इस फोटो में, भारतीय सुरक्षाकर्मी चंदेर जिले के एक दूरदराज इलाके में एक सैन्य काफिले पर हुए हमले वाली जगह पर, जल चुके वाहन के मलबे के साथ खड़ें हैं. ये जगह मणिपुर की राजधानी इंफाल के दक्षिण-पश्चिम में करीब 120 किमी (75 मील) दूर है.

भारत के अशांत पूर्वोत्तर में भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों ने 4 जून को करीब 20 सैनिक मार दिए. पुलिस के मुताबिक, ये हमला इस क्षेत्र में सालों से हो रहे हमलों में से सबसे बुरा था.''

ये घटना 2015 में हुई थी

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Getty Images)

मणिपुर में 13 नवंबर को क्या हुआ था?

13 नवंबर को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में असम राइफल्स के काफिले पर हमला किया गया था, जिसमें असम राइफल्स की खुगा बटालियन के एक कमांडिंग ऑफिसर, उनकी पत्नी और उनके पांच साल के बेटे सहित सेना के चार अन्य जवान शहीद हो गए थे.

Indian Express के मुताबिक, इस हमले में 6 अन्य घायल हो गए थे.

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, दो आतंकवादी संगठनों पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.

मतलब साफ है कि 2015 की एक फोटो को मणिपुर में हुए हाल के हमले का बता गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.

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