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सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को अब 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को लगाया जा सकता है.
ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब कई वैज्ञानिकों ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी है. ये लहर 18 से कम उम्र के उस वर्ग के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है जिसका अभी तक वैक्सीनेशन शुरू नहीं हुआ है.
पड़ताल में सामने आया कि कोवैक्सीन को अब तक 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को दिए जाने की इजाजत नहीं मिली है. 13 मई को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने एक्सपर्ट कमेटी की सलाह मानते हुए भारत बायोटेक की वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल 2 से 18 साल के आयु वर्ग पर करने की अनुमति दी है.
वायरल पोस्ट में लिखा है - "Breaking News: Bharat Biotech Vaccinen Approved For Children Above 12 Years." ब्रेकिंग न्यूज भारत बायोटेक की वैक्सीन को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को लगाए जाने की अनुमति (हिंदी अनुवाद). फेसबुक और ट्विटर पर कई यूजर ये मैसेज शेयर कर रहे हैं.
सबसे पहले हमने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय(MOHFW) की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल चेक किए. ऐसी कोई जानकारी हमें नहीं मिली जिससे पुष्टि होती हो कि 18 साल से कम आयुवर्ग के लिए भी वैक्सीन को अनुमति मिल गई है.
3 जनवरी को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को अनुमति मिली. पहले चरण के वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को हुई, जिसमें हेल्थकेयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई. दूसरे चरण में 60 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों को और तीसरे चरण में 45 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाई गई.
1 मई के बाद से 18 साल से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन लगाए जाने की अनुमति दे दी गई. लेकिन 18 से कम उम्र वालों को वैक्सीन दिए जाने को लेकर अब तक कोई अपडेट नहीं आया है.
मंत्रालय की वेबसाइट पर FAQ सेक्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, सामान्य तौर पर कोई भी नई वैक्सीन पहले ज्यादा उम्र की आबादी को ही दी जाती है. इसके बाद वैक्सीन कितनी प्रभावी और कितनी सुरक्षित है ये देखते हुए कम उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाती है. अब तक बच्चों को वैक्सीन नहीं दी जा रही है. कुछ क्लिनिकल ट्रायल्स चल रहे हैं जिससे पता चल सके कि बच्चों में कोविड वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी.
13 मई को छपी न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, DCGI ने 12 वर्ष से 18 वर्ष की उम्र वाले बच्चों पर कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरी चरण के ट्रायल की मंजूरी दे दी है. भारत बायोटेक ने एक बयान जारी कर बताया है कि इस ट्रायल में 525 वॉलेंटियर हिस्सा लेंगे.
मतलब साफ है कि 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को कोवैक्सीन दिए जाने की अनुमति सरकार ने नहीं दी है. सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा फेक है.
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