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असम के बीजेपी प्रवक्ता प्रमोद स्वामी ने ट्विटर पर कोरोना वैक्सीन की एक लिस्ट शेयर की है, जिसमें अलग-अलग कंपनी की वैक्सीन की कीमत लिखी हुई है. साथ ही, ये भी लिखा हुआ है कि दुनिया में भारत ही अकेला ऐसा देश है जहां फ्री कोरोना वैक्सीन लग रही है.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा झूठा है. क्योंकि भारत के अलावा और भी कई ऐसे देश हैं जहां फ्री वैक्सीनेशन हो रहा है. जैसे रूस, जर्मनी और अमेरिका के अलावा और भी कई देश.
ट्विटर पर असम बीजेपी प्रवक्ता प्रमोद स्वामी ने ट्वीट कर अलग-अलग कंपनीज की कोरोना वैक्सीन की कीमत लिखी. दावे में लिखा गया है
1-- फाइजर कंपनी -- 2800
2-- माडर्ना कंपनी ---- 2715
3-- चीन की साइनोफार्म--5650
4-- सिनोवाक ------ 1027
5-- नोवावेकस -----1114
6--- स्पुतनिक वी -- 1145
7--- कोवीशील्ड -- फ्री
8-- को वैक्सीन --- फ्री
पूरी दुनिया में सिर्फ भारत में ही वैक्सीनेशन फ़्री हो रहा है।
दावे की पड़ताल करने के लिए सबसे पहले हम इस पर नजर डालते हैं कि क्या भारत में सबको फ्री वैक्सीन दी जा रही है.
7 जून 2021 को अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत में 21 जून से 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी.
इसके पहले, वैक्सीन सिर्फ 45 साल के ऊपर वालों को मुफ्त में लगाई जा रही थी. वहीं 18 से 45 साल के बीच के लोगों को वैक्सीन के लिए भुगतान करना पड़ता था.
कई राज्यों के वैक्सीन की कमी की सूचना के बाद, वैक्सीनेशन पॉलिसी में बदलाव की घोषणा की गई थी. पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि केंद्र सरकार 75 प्रतिशत वैक्सीन की खरीद कर राज्यों को मुहैया करा देगी.
इसके अलावा, ये भी घोषणा की गई कि प्राइवेट सेक्टर 25 प्रतिशत वैक्सीन खरीदना जारी रख सकता है, लेकिन सर्विस चार्ज के तौर पर सिर्फ 150 रुपये और 5 प्रतिशत जीएसटी ही वसूल पाएगा.
Financial Express की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविशील्ड के लिए अब प्राइवेट अस्पताल 780 रुपये से ज्यादा नहीं ले पाएंगे. इसमें पांच फीसदी जीएसटी और अधिकतम 150 रुपये सर्विस चार्ज जुड़ा है. जबकि कोवैक्सीन की कीमत 1410 रुपये से ज्यादा नहीं होगी. स्पुतनिक v के लिए 1,145 रुपये लगेंगे. सभी टीकों की कीमतों में पांच फीसदी जीएसटी और 150 रुपये का अधिकतम सर्विस चार्ज जुड़ा है.
हमने इस दावे की पड़ताल करने के लिए दुनिया के अलग-अलग देशों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के बारे में जानने के लिए रिपोर्ट्स देखीं. सबसे पहले हमने अमेरिका में वैक्सीनेशन से संबंधित रिपोर्ट्स देखीं. हमें CDC (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन) की वेबसाइट पर जाकर देखा. इसमें साफ-साफ लिखा है कि अमेरिका में सबके लिए वैक्सीनेशन मुफ्त है. इसके लिए सरकार ने टैक्सपेयर्स का डॉलर्स का इस्तेमाल किया है यानी सब्सिडी दी है.
यूके में भी सभी नागरिकों को National Health Service (NHS) के माध्यम से फ्री वैक्सीन लगाई जा रही है.
New Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, मेक्सिको ने भी दिसंबर 2020 में सभी के लिए मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन शुरू किया है.
पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के National Health Commission के मुताबिक, चीन में भी सभी नागरिकों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही है.
इसके अलावा रूस, ब्राजील, जापान और सऊदी अरब भी अपने नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया करा रहे हैं.
आइए अब वायरल मैसेज में बताई गई अलग-अलग वैक्सीन की कीमतों पर भी नजर डालते हैं.
दावे में दुनिया भर में उपलब्ध वैक्सीन की कीमतों के बारे में भी लिखा गया है. हमें India Today, Hindustan Times और Scroll में पब्लिश जनवरी 2021 की रिपोर्ट मिलीं. जिनमें इन्हीं कीमतों के बारे में बताया गया था.
प्रेस इन्फर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने 12 जनवरी 2021 को एक प्रेजेंटेशन दी थी, जिनमें ये कीमतें देखी जा सकती हैं.
Sinopharm वैक्सीन की कीमत 5650 से ज्यादा, Sinovac Biotech की 1027 और Novavax की 1114 रुपये से बताई गई है.
हालांकि, बता दें कि ये वो कीमतें नहीं हैं, जो लोगों को वैक्सीनेशन के लिए चुकानी पड़ती हैं. यहां ये बताना चाहिए कि ये कीमतें जनवरी की रिपोर्ट्स के मुताबिक हैं. और वैक्सीन की कीमत के निर्धारण के संबंध में बातचीत अभी जारी है.
उदाहरण के लिए, Moneycontrol की रिपोर्ट के मुताबिक, Pfizer वैक्सीन की भारत में एक डोज की कीमत 10 डॉलर यानी 730 या 740 रुपये से कम हो सकती है.
मतलब साफ है कि भारत दुनिया में अकेला ऐसा देश नहीं है जो अपने नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन लगा रहा है.
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