advertisement
सोशल मीडिया पर कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों (Karnataka Elections Result 2023) से जोड़कर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में पुलिस कुछ लोगों पर लाठी चार्ज करती दिख रही है.
दावा : वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक चुनाव में BJP की हार के बाद पुलिस ने वहां हिंदुओं की पिटाई की. ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब 13 मई को आए कर्नाटक चुनाव के नतीजों में कांग्रेस बहुमत हासिल कर सत्ता में आती दिख रही है.
क्या ये सच है ? : नहीं, वायरल वीडियो जुलाई 2022 का है जब कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में बीजेपी युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या हो गई थी. हत्या के बाद प्रवीण की शोक सभा में प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. इस वीडियो का कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों से कोई संबंध नहीं है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो को की-फ्रेम में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें जुलाई 2022 के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में यही वीडियो मिला. कन्नड़ भाषा में किए गए इन पोस्ट्स में वीडियो को कर्नाटक में बीजेपी युवा मोर्चा नेता प्रवीण नेट्टारू से जोड़कर शेयर किया गया था. इसके अलावा वायरल वीडियो में ANI का लोगो भी था. यहां से अंदाजा लेकर हमने ANI के ट्विटर हैंडल पर प्रवीण नेट्टारू के मृत्यू के बाद पुलिस के लाठीचार्ज से जुड़े वीडियो सर्च करना शुरू किए.
हमें न्यूज एजेंसी ANI के 27 जुलाई 2022 के ट्वीट में यही वीडियो मिला. यहां जानकारी दी गई है कि वीडियो प्रवीण नेट्टारू की शोकसभा में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस के लाठीचार्ज का है.
इंडिया टुडे के यूट्यूब चैनल पर भी इसी जानकारी के साथ ये वीडियो अपलोड किया गया था.
डेक्कन क्रॉनिकल, द वायर और मिन्ट की रिपोर्ट्स में भी बताया गया है कि भीड़ ने RSS के पदाधिकारी डॉ कल्लाडका प्रभाकर भट और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील को भी घेर लिया, जो बेल्लार में अंतिम दर्शन करने पहुंचे थे.
प्रवीण नेट्टारू की हत्या : 26 जुलाई, 2022 को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की कथित तौर पर दो बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद कर्नाटक के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए. कर्नाटक में बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्यों ने यह कहते हुए संगठन से बड़े पैमाने पर इस्तीफा देना शुरू कर दिया था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पार्टी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रही है. जांच के दौरान ये भी सामने आया कि प्रवीण ने उदयपुर के कन्हैयालाल के समर्थन में एक पोस्ट शेयर किया था. इसी वजह से उन पर ये हमला किया गया.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)