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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें गणेश पूजा कर रहे कुछ लोगों को पुलिस वाले घसीटकर ले जाते देखे जा सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो गणेश चतुर्थी का है और केरल का है.
हालांकि, हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये वीडियो केरल नहीं हैदराबाद का है. वीडियो में पुलिस उन लोगों को गिरफ्तार करती दिख रही है जो विवादित जमीन पर जबरन गणेश पंडाल स्थापित करने की कोशिश कर रहे थे.
फोटो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - "गणेशोत्सव में केरल में ये हालात हो गए है हिन्दुओ के"
फेसबुक पर आए वीडियो के कुछ कमेंट्स में यूजर्स ने कहा है कि वीडियो में लोग तेलुगू भाषा बोल रहे हैं.
मामले से जुड़े कीवर्ड्स गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें एशियानेट का 12 सितंबर का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में में बताया गया है कि घटना हैदराबाद में पुराने शहर की है.
गूगल सर्च से ही हमें 'Shaik younus Reporter' की फेसबुक पोस्ट में भी यही वीडियो मिला. इस वीडियो में रात के समय के विजुअल भी हैं और मामले की जानकारी दी गई है. यहां दी गई जानकारी भी एशियानेट की रिपोर्ट से मिलती है.
इस फेसबुक पोस्ट में बताया गया है कि ये मामला हैदराबाद के संतोषनगर स्थित रक्षापुरम सोसायटी का है.
यहां से क्लू लेकर हमने फेसबुक पर मामले से जुड़े कीवर्ड सर्च किए. हमें 11 सितंबर को शेयर किया गया एक और वीडियो मिला. इस वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते हुए विजुअल भी हैं और रात के समय के विजुअल भी.
क्विंट की वेबकूफ टीम को मामले की एफआईआर की कॉपी भी मिली, जो संतोष नगर पुलिस थाने में 11 सितंबर को दर्ज की गई थी. एफआईआर सब इंसपेक्टर पी पपैय्याह ने दर्ज की थी. एफआईआर के मुताबिक,
शिकायत में बताया गया है कि जब पुलिस अधिकारियों ने लोगों को रोकने की कोशिश की, तो वे जबरदस्ती मूर्ति स्थापित करने लगे.
मतलब साफ है- हैदराबाद में विवादित जमीन पर गणेश मूर्ति की स्थापना करते लोगों को रोकती पुलिस का वीडियो सोशल मीडिया पर केरल का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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