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एमपी कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. जिसमें शिवराज को ये कहते सुना जा सकता है कि जब वो अपने गुरू से मिलते थे तो उनके "सिर पर पैर रख देते थे".
पड़ताल में हमने पाया कि शिवराज सिंह चौहान की जुबान फिसली थी, हालांकि उन्होंने तुरंत गलती सुधारते हुए बोला था कि वो 'अपने गुरू के पैरों में सिर रखते थे.' लेकिन उनके वीडियो का सिर्फ वही हिस्सा भ्रामक दावे से वायरल है, जहां उनसे गलती हुई थी.
वीडियो मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने शेयर कर कैप्शन में लिखा, ''मामाजी शिक्षकों के बीच आप यह क्या कह गये….?''
वीडियो में शिवराज को ये कहते सुना जा सकता है, 'जैसे मैंने बताया कि मैं जैत में सरकारी स्कूल में पढ़ा, भोपाल में भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ा. हमारे गुरुजी आज भी वो हैं, श्रद्धेय रतनचंद जैन. मैं जाता था उनके सिर पर हम सभी पैर रखते, उनके सिर पर हम'
स्टोरी लिखते समय तक वीडियो को 24,000 से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं.
हमने वीडियो को ध्यान से देखा. वीडियो में शिवराज सिंह चौहान शिक्षकों से संबंधित बात करते हुए अपनी पढ़ाई की बात कर रहे हैं. यहां से अंदाजा लगाकर हमने जरूरी कीवर्ड की मदद से सर्च किया. हमें 4 सितंबर की कई खबरें मिलीं, जिनमें बताया गया था कि शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर शिक्षकों की ट्रेनिंग के दौरान अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए संबोधित भी किया था.
हमने एमपी सीएम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर जाकर संबंधित वीडियो चेक किया. हमें 4 सितंबर 2022 का एक वीडियो मिला.
इस वीडियो के 41 मिनट 13वें सेकेंड से वायरल हिस्से को देखा जा सकता है. जिसमें शिवराज कहते हैं, ''जैसे मैंने बताया कि मैं जैत में सरकारी स्कूल में पढ़ा, भोपाल में भी सरकारी स्कूल में ही पढ़ा. हमारे गुरुजी आज भी वो हैं, श्रद्धेय रतनचंद जैन. मैं जाता था उनके सिर पर हम सभी पैर रखते, उनके सिर पर हम...सदैव ही उनका आशीर्वाद लेने के लिए हम अपने सिर को उनके पैरों पर सदैव रखते थे.
लेकिन जहां पर शिवराज सिंह चौहान अपनी गलती सुधार रहे हैं, उसके तुरंत पहले तक का वीडियो ही शेयर किया जा रहा है. मतलब साफ है कि शिवराज सिंह चौहान का अधूरा वीडियो गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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