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क्या राजस्थान में जोधपुर के तेवरी गांव में चुनाव के बाद कांग्रेस के विजय जुलूस के दौरान पाकिस्तान के झंडे लहराए गए? सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया जा रहा है जोधपुर के इस गांव में कांग्रेस की जीत के बाद जश्न के दौरान निकाले गए जुलूस में पाकिस्तान का झंडा लहराया गया. मीडिया में इस मैसेज के साथ यह वीडिया बेहद तेजी से वायरल हो रहा है.
पिछले दो दिनों में कथित पाकिस्तानी झंडे वाला वीडियो खूब देखा गया है. लेकिन क्या वीडियो में दिखाया जा रहा झंडा वाकई में पाकिस्तानी है या फिर आपको वेबकूफ बनाया जा रहा है. आइए जानते हैं कि कथित पाकिस्तानी झंडे वाले वीडियो की हकीकत क्या है.
हरे रंग के पाकिस्तान के झंडे में चांद-तारा बना होता है. सफेद पट्टी में बाईं ओर तारे का चिन्ह होता है. यहां वीडियो में दिखाया जा रहा झंडा हरा तो है लेकिन इसमें केंद्र में मीनारों की तस्वीर छपी है और सफेद पट्टियां झंडे के दोनों ओर है. झंडे में लाल और नीले रंग से कुछ लिखा भी दिख रहा है.
वीडियो में कैमरे के पीछे का शख्स का दावा है कि यह वीडियो तेवरी में बनाया गया है.लेकिन जब क्विंट ने तेवरी पहुंच कर वहां के एक 45 वर्षीय शख्स बोधि लाल से बात की तो उसने इस बात से इनकार किया कि उस गांव में ऐसी कोई रैली हुई थी. द क्विंट ने जोधपुर पुलिस से भी बात की. उसने भी विजय जुलूस में पाकिस्तान का झंडा लहराने की घटना से इनकार किया है. राजस्थान पुलिस ने एक ट्वीट कर साफ कहा है कि यह वीडियो फर्जी है.
सोशल मीडिया में पहले और हाल में विधानसभा चुनाव के अभियानों के दौरान कांग्रेस की रैलियो और सभाओं में पाकिस्तान के झंडे लहराए जाने के दावा करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. अपने राजनैतिक एजेंडे को बढ़ाने के लिए कई लोग या संगठन इस तरह के दावे करते रहे हैं.
हाल में अशोक गहलोत को इसका निशाना बनाया गया. इस महीने की शुरुआत में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कहा गया कि उनकी जोधपुर रैली में पाकिस्तान का झंडा लहराया गया. लेकिन वीडियो की जांच में पता चला कि यह मुस्लिम समुदायों की ओर से आम तौर फहराया जाने वाला झंडा था न कि पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा.
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