सुदर्शन न्यूज का दावा
“बुलंदशहर_इज्तेमा के बवाल के बाद कई स्कूलों में बच्चे फँसे है, रो रहे है, लोग जंगल में है, घरों के दरवाज़े बंद कर के लोग सहमे हूए है- सुदर्शन से लाईव बातचीत में स्थानीय लोग। #बुलंदशहर_में_बवाल@SudarshanNewsTV पर लाईव “
ये ट्वीट सुदर्शन न्यूज के एडिटर इन चीफ सुरेश चव्हाणके ने किया. 1-3 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इज्तेमा में मुस्लिम समुदाय के लोगों जुटे हुए थे. 3 दिसंबर को बुलंदशहर की सायाना तहसील में कथित रूप से गोहत्या को लेकर लोगों के प्रदर्शन में एक पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या हो गई.
सिर्फ सुरेश चव्हाणके ने अपने पर्सनल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए हों, ऐसा नहीं है. सुदर्शन न्यूज ने बकायदा इस घटना पर 2 दिसंबर को एक प्रोग्राम किया.
सही है या गलत?
बुलंदशहर पुलिस ने ट्विटर पर सफाई देते हुए कहा, “इस घटना का इज्तेमा कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है. इस बारे में वैधानिक कार्यवाही की जा रही है.”
इज्तेमा की जगह से 40-45 किमी दूर हुई हिंसा
पुलिस ने अपने ट्वीट में कहा कि ये घटना इज्तेमा के स्थान से 40-45 किमी दूर हुई. पुलिस के मुताबिक अभी जांच चल रही है.
इज्तेमा का कार्यक्रम दरियापुर नाम की जगह पर हो रहा था, जबकि हिंसा सयाना के चिंगरावटी गांव में हुई. गूगल मैप में देखा जा सकता है कि दोनों स्थानों के बीच करीब 49 किलोमीटर की दूरी है.
ये आर्टिकल मूल रूप में ऑल्ट न्यूज ने पब्लिश किया था, इसे सहमति लेकर यहां फिर से पब्लिश किया गया है.
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