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बॉलीवुड एक्टर और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद परेश रावल (Paresh Rawal) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो लोगों से माफी मांगते हुए दिख रहे हैं.
क्या है दावा?: दावा किया जा रहा है कि गुजराती लोगों ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आक्रोश दिखाया और परेश रावल को बीजेपी के लिए प्रचार पंद करके वहां से जाने के लिए मजबूर कर दिया.
हाल में ही परेश रावल ने बंगालियों के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी. ऐसे में ये दावा वायरल हो रहा है.
मणिपुर कांग्रेस सेवादल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी वायरल वीडियो पर कमेंट कर परेश रावल का मजाक उड़ाया गया है.
परेश रावल का विवादास्पद बयान? : ''वलसाड में अपने भाषण के दौरान परेश रावल ने कहा था, ''गैस सिलेंडर महंगे हैं, लेकिन उनकी कीमत कम जाएगी. लोगों को रोजगार भी मिलेगा. लेकिन तब क्या होगा जब रोहिंग्या प्रवासी और बांग्लादेशी आपके आसपास रहने लगें, जैसे दिल्ली में? क्या करोगे गैस सिलेंडर का? क्या बंगालियों के लिए मछली बनाओगे?''
सच क्या है?: ये वीडियो 2017 का है, जिसमें परेश रावल राजपूतों के खिलाफ की गई उनकी टिप्पणी के लिए माफी मांगते दिख रहे हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ये वीडियो नवंबर 2017 से इंटरनेट पर मौजूद है.
हमें 30 नवंबर 2017 का एक YouTube वीडियो मिला, जोकि वायरल वीडियो का लंबा वर्जन था.
वीडियो का टाइटल था, ''परेश रावल माफी मांगते हुए राजपूत समाज से''
इस वीडियो में लोग परेश रावल से उनके अपमानजनक बयान के लिए राजपूत समुदाय से माफी मांगने के लिए कहते हुए दिख रहे हैं.
ये वीडियो साल 2017 का है, तब गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान परेश रावल प्रचार कर रहे थे.
घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स: हमें 2017 की इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं, जिनके मुताबिक परेश रावल ने राजपूत समुदाय से उनकी अपमानजनक टिप्पणी को लेकर माफी मांगी थी.
Times of India की 27 नवंबर 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक, करणी सेना ने फिल्म पद्मावत की रिलीज के बाद राजपूतों के खिलाफ परेश रावल के बयान को लेकर उन्हें चेतावनी दी थी. जिसके बाद एक्टर ने माफी मांगी थी.
उन्होंने माफी मांगते हुए कहा था कि उनका बयान राजपूत समुदाय को लेकर नहीं था, बल्कि ''हैदराबाद के निजाम'' को लेकर था.
हमें ANI का 27 नवंबर 2017 का एक ट्वीट भी मिला.
ट्वीट में इस्तेमाल की गई फोटो में परेश रावल ने जो कपड़े पहने हुए थे, वो वायरल वीडियो से मेल खाते हैं. ट्वीट में परेश रावल की राजपूत समुदाय से माफी के बारे में बताया गया था.
क्या परेश रावल ने बंगालियों पर की गई टिप्पणी को लेकर माफी मांगी? : बंगाल के लोगों की तरफ से आई प्रतिक्रिया के बाद परेश रावल ने अपने बयान को लेकर ट्विटर पर माफी मांगी है.
Times of India और Business Today जैसे कई न्यूज आउटलेट ने इस पर रिपोर्ट भी पब्लिश की है.
निष्कर्ष: साफ है कि माफी मांगते परेश रावल का ये वीडियो साल 2017 का है, जिसे भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है.
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