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Ukraine: नागरिकों की 'मौत का झूठा प्रोपेगैंडा' नहीं, ये प्रदर्शन का वीडियो है

प्रदर्शन के वीडियो को लाइव रिपोर्ट का बता दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन में नागरिकों की मौत की खबर प्रोपेगैंडा है

Siddharth Sarathe
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>दावा है कि लाइव रिपोर्टिंग के जरिए यूक्रेन में मौत का झूठा प्रोपेगैंडा फैलाया जा रहा है&nbsp;</p></div>
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दावा है कि लाइव रिपोर्टिंग के जरिए यूक्रेन में मौत का झूठा प्रोपेगैंडा फैलाया जा रहा है 

फोटो : Altered by Quint

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यूक्रेन-रूस विवाद के बीच एक वायरल वीडियो में पहले शव की तरह दिख रहे लोगों में से एक शख्स अचानक उठता है फिर वापस कपड़े को ओढ़ लेता है. दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन में 100 नागरिकों की हत्या की खबर सिर्फ एक प्रोपेगैंडा है. वीडियो को प्रोपेगैंडा के चलते बनाई गई लाइव रिपोर्टिंग का बताकर शेयर किया जा रहा है.

हालांकि, हमारी पड़ताल में सामने आया कि इस वीडियो का रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे विवाद से कोई संबंध नहीं है. वीडियो ऑस्ट्रिया के विएना में 4 फरवरी को हुए प्रदर्शन का है, जिसमें प्रदर्शनकारी क्लाइमेट चेंज की नीतियां बदलने की मांग के साथ इस तरह कफन ओढ़कर लेटे थे.

दावा

Kshitij नाम के ट्विटर हैंडल से वीडियो को लाइव रिपोर्टिंग का बताते हुए प्रोपेगैंडा करार देकर शेयर किया गया. इस वीडियो को रिपोर्ट लिखे जाने तक 1.19 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

सोर्स : स्क्रीनशॉट/ट्विटर

Su-57 5th Gen Fighter नाम के ट्विटर हैंडल से भी वीडियो को प्रोपेगैंडा बताकर ट्वीट किया गया, अर्काइव यहां देख सकते हैं. रिपोर्ट लिखे जाने तक इस वीडियो को 47 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. ट्विटर पर कई अन्य यूजर्स ने वीडियो इसी दावे से शेयर किया. मैसेज वॉट्सऐप पर भी वायरल है.

सोर्स : स्क्रीनशॉट/वॉट्सऐप

पड़ताल में हमने क्या पाया?

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें यही वीडियो जर्मन वेबसाइट 'OE24 VIDEO' पर मिला.

4 फरवरी, 2022 से ही इंटरनेट पर है ये वीडियो

सोर्स : स्क्रीनशॉट/वेबसाइट

'OE24 VIDEO' के यूट्यूब चैनल पर भी यही वीडियो देखा जा सकता है.

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पूरे वीडियो में कुछ लोग हाथ में बैनर रखे भी दिख रहे हैं, जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि ये कोई शोक सभा नहीं बल्कि एक प्रदर्शन का वीडियो है.

वीडियो में बैनर रखे दिख रहे हैं कुछ लोग

सोर्स : स्क्रीनशॉट/वेबसाइट

वीडियो के नीचे जर्मन भाषा में लिखे टेक्स्ट को इंग्लिश में ट्रांसलेट करने पर आया 'Vienna: Demo against climate policy'. इस टेक्स्ट से भी साफ होता है कि ये क्लाइमेट चेंज को लेकर हुए किसी सांकेतिक प्रदर्शन का वीडियो है.

इससे संबंधित कीवर्ड्स गूगल पर सर्च करने से हमें एसोसिएट प्रेस की एक फैक्ट चेक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, इसी वीडियो को पहले कोरोना से जोड़कर गलत दावे से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा चुका है. पहले इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया था कि ''पेड एक्टर्स के जरिए दिखाया जा रहा है कि कोरोना से मौतें हो रही हैं''

AP की रिपोर्ट में उस 4 फरवरी, 2022 के फेसबुक इवेंट के बारे में भी बताया गया है, जो प्रदर्शन के लिए क्रिएट किया गया था.

साफ है कि वायरल वीडियो का रूस-यूक्रेन विवाद से कोई संबंध नहीं है. वीडियो ऑस्ट्रिया के विएना में हुए प्रदर्शन का है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी WEBQOOF@THEQUINT.COM पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

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