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सोशल मीडिया पर एक मेडल की फोटो शेयर हो रही है, जिसमें कई अलग-अलग भाषाओं में कुछ लिखा हुआ नजर आ रहा है. इसे इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि 2020 टोक्यो ओलंपिक में वॉलंटियर्स को जो मेडल दिए जाएंगे उसमें हिंदी में 'स्वयंसेवक' भी लिखा हुआ है.
हालांकि, ये फोटो ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म ईबे (eBay) पर उपलब्ध प्रॉडक्ट की है. ये ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की टोक्यो आयोजन समिति की ओर से जारी किया गया आधिकारिक मेडल नहीं है.
मेजर सुरेंद्र पूनिया ने इस फोटो को शेयर कर लिखा है, ''जापान के टोक्यो में होने वाले Olympic खेलों में इस बार Volunteers को दिये जाने वाले Medal पर दूसरी भाषाओं के साथ हमारी राष्ट्रीय भाषा हिन्दी में भी स्वयंसेवक लिखा हुआ होगा . “स्वयंसेवक” नाम सुनते ही रोमन ग़ुलामों का दिल बैठ सा जाता है''
क्विंट की WhatsApp टिपलाइन में भी इस फोटो से जुड़ी क्वेरी आई है.
वायरल फोटो में लिखे शब्दों से संकेत लेकर, हमने Google पर 'olympic tokyo 2020 benevole volunteer' कीवर्ड का इस्तेमाल करके सर्च किया. हमें ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ईबे की वेबसाइट पर ये फोटो मिली.
इस फोटो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि ये एक 'पिन' है. वेबसाइट पर इस प्रोडक्ट की अलग-अलग ऐंगल से कई फोटो डाली गई हैं. इसे देखकर ऐसा लगता है कि ये एक बैज है.
हमने टोक्यो 2020 की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी जाकर देखा. हमें ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की टोक्यो आयोजन समिति की ओर से जारी की गई आधिकारिक मेडल्स की फोटो मिलीं.
नीचे आप टोक्यो 2020 की ओर से घोषित आधिकारिक मेडल की फोटो के देख सकते हैं, जो वायरल फोटो से काफी अलग है.
ऑफिशियल वेबसाइट पर वॉलंटियर्स को कोई भी मेडल दिए जाने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं है. FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) सेक्शन में बताया गया है कि कमेटी की ऐसी कोई योजना नहीं है कि वो वॉलंटियर ऐक्टिविटी पूरा होने पर सर्टिफिकेट जारी करे.
हमें उन आइटम की लिस्ट भी मिली जो वॉलंटियर्स को दिए जाएंगे. हालांकि, इस लिस्ट में किसी मेडल के बारे में कुछ नहीं बताया गया है. ये पूरी लिस्ट यहां देखी जा सकती है.
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष डॉ नरिंदर ध्रुव बत्रा ने भी फेसबुक पर वायरल फोटो को शेयर किया था. हालांकि, इसे बाद में हटा लिया गया.
India Today की फैक्ट चेकिंग टीम से बातचीत में बत्रा ने कहा, ''मुझे नहीं पता कि जिसने मुझे ये फोटो भेजी थी, वो इसके सोर्स के बारे में जानता था या उसने भी एक फॉरवर्डेड मैसेज पर भरोसा कर लिया था. अगर ये गलत है, तो मैं इसे हटा सकता हूं. IOA का इस वॉलंटियर मेडल न्यूज से कोई लेना-देना नहीं है.''
मतलब साफ है कि ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म पर उपलब्ध प्रोडक्ट की फोटो को इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि वॉलंटियर्स को 2020 टोक्यो में दिए जाने वाले मेडल पर हिंदी में 'स्वयंसेवक' लिखा हुआ है.
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