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पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनावों के पहले, सीएम ममता बनर्जी का मजार में प्रार्थना करने वाला एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि ममता बनर्जी हिंदुओं को खुश रखने के लिए दिन में तो मंदिरों में गईं लेकिन रात में 'गुप्त रूप से' मजार में प्रार्थना की.
हालांकि, क्विंट ने अपनी पड़ताल में पाया कि ममता बनर्जी का मजार जाना कोई सीक्रेट नहीं था. इवेंट को कई न्यूज चैनल ने कवर नहीं किया लेकिन इसे ममता बनर्जी के फेसबुक पेज पर स्ट्रीम किया गया था.
ममता बनर्जी का मजार में प्रार्थना करने वाला ये वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर एक जैसे दावे के साथ इंग्लिश और बांग्ला में शेयर किया जा रहा है.
दावे में लिखा गया है: "ममता दीदी..ममता दीदी ने कल देर रात नंदीग्राम में मुस्लिमों के साथ प्रार्थना कर रही थीं! लेकिन आप दिन में हिंदू भाइयों के साथ धोखा कर रही थीं. (इस वीडियो को एक छुपे हुए कैमरे से शूट किया गया है, जिसे सोशल मीडिया पर छिपाया जा रहा है,...इसे वायरल कर दो).''
हमने वायरल हो रहे वीडियो को ध्यान से सुना. वीडियो में लोग चुनावों में ममता बनर्जी की जीत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
यहां से आइडिया लेकर हमने यूट्यूब पर “Mamata visits mosque” कीवर्ड को हिंदी और इंग्लिश दोनों में सर्च करके देखा. हमें हिंदी न्यूज चैनल NEWS24 का 9 मार्च को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इस वीडियो के 21 वें सेकंड में वही विजुअल दिख रहे हैं जो वायरल वीडियो में हैं.
इसके अलावा, हमें ममता बनर्जी के मजार जाने के यही विजुअल ममता के फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किए गए वीडियो पर भी मिले.
ममता के फेसबुक पेज पर अपलोड किए गए वीडियो के विजुअल और वायरल वीडियो में तुलना करने पर यह पता चलता है कि ये दोनों ही वीडियो एक ही इवेंट के हैं.
ममता बनर्जी ने एक चुनावी कैंपेन के तहत 28 घंटे के नंदीग्राम दौरे में 19 मंदिर और एक मुस्लिम मजार गईं.
शिव मंदिर में प्रार्थना करती सीएम का विजुअल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया था.
मतलब साफ है, ममता बनर्जी का दौरा सार्वजनिक था और इसे मीडिया ने कवर किया था. इसे ममता के फेसबुक पेज पर भी लाइव स्ट्रीम किया गया था. इसलिए, ये दावा गलत है कि ममता ने मजार में सीक्रेट रूप से जाकर प्रार्थना की और मंदिरों में सार्वजिनक रूप से दिन में प्रार्थना की.
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