Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज से जुड़े सभी सवालों के जवाब

कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज से जुड़े सभी सवालों के जवाब

कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगे अगर 39 हफ्ते या 9 महीने हो चुके हैं तो ही लगवाई जा सकती है प्रीकॉशनरी डोज

टीम वेबकूफ
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगे अगर 39 हफ्ते हो चुके हैं तो ही लगवाई जा सकती है प्रीकॉशनरी डोज</p></div>
i

कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगे अगर 39 हफ्ते हो चुके हैं तो ही लगवाई जा सकती है प्रीकॉशनरी डोज

(फोटो: Altered by The Quint)

advertisement

(वीडियो देखने से पहले आपसे एक अपील है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और असम में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए हम एक विशेष प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं. इस प्रोजेक्ट में बड़े पैमाने पर संसाधनों का इस्तेमाल होता है. हम ये काम जारी रख सकें इसके लिए जरूरी है कि आप इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करें. आपके सपोर्ट से ही हम वो जानकारी आप तक पहुंचा पाएंगे जो बेहद जरूरी हैं.

धन्यवाद - टीम वेबकूफ)

एंकर और कैमरा : कृतिका गोयल

स्क्रिप्ट : स्निग्धा नलिनी ओरिया

कॉपी एडिटर : सिद्धार्थ सराठे

कोरोना (Corona) महामारी से निपटने के लिए, भारत सरकार की ओर से सबको वैक्सीन मुहैया कराई जा रही है. जहां 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने का अभियान चल रहा है. वहीं सरकार ने जनवरी में 15-18 साल के बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन शुरू कर दिया है. साथ ही, ''प्रीकॉशनरी डोज'' की भी मंजूरी दी है.

10 जनवरी से कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज की भी शुरुआत हुई है. इसे भारत में ''प्रीकॉशनरी डोज'' कहते हैं. आपको इस वीडियो में प्रीकॉशनरी डोज से जुड़े इन सवालों के जवाब मिलेंगे-

  • क्या है प्रीकॉशनरी डोज? कौन सी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाएगा?

  • किन लोगों को दी जाएगी कोराना वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज?

  • वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

क्या है प्रीकॉशनरी डोज और कौन सी वैक्सीन का किया जाएगा इस्तेमाल?

कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज को ही भारत में प्रीकॉशनरी डोज का नाम दिया गया है. जहां दूसरे देशों में बूस्टर डोज अलग वैक्सीन का भी लगाया जा सकता है, वही भारत में आपको उसी वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जाएगी जिस वैक्सीन की दो डोज पहले लगाई जा चुकी हैं. उदाहरण के लिए अगर आप को कोवैक्सीन की दो डोज लगी हैं, तो उसी का बूस्टर डोज लगेगा और अगर कोविशील्ड की दो डोज लगी हैं तो बूस्टर डोज के तौर पर कोविशील्ड ही दी जाएगी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

किन्हें लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज?

60 साल के ऊपर के लोग या ऐसे बुजुर्ग जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें प्रीकॉशनरी डोज दिया जा रहा है. जिन्हें कोई दूसरी बीमारी है, उन्हें उससे जुड़ा सर्टिफिकेट दिखाने की तो जरूरत नहीं है, लेकिन अगर आप तीसरी डोज लगवाने जा रहे हैं तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें. इसके अलावा, ये डोज हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स भी लगवा सकते हैं.

अगर आपको दूसरी डोज लगे 39 हफ्ते या 9 महीने हो गए हैं, तो आप कोरोना वैक्सीन की प्रीकॉशनरी डोज लगवा सकते हैं.

वैक्सीन रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

39 हफ्ते होने पर COWIN पर प्रकॉशनरी डोज का ऑप्शन दिखेगा. इस पर क्लिक कर बुकिंग कर सकते हैं. नया रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं है. पुराने रजिस्ट्रेशन से ही बुकिंग हो जाएगी. आपके उसी मोबाइल नंबर पर तीसरी डोज का रिमाइंडर मैसेज आएगी जिससे आपने पहले की दो डोज का रजिस्ट्रेशन किया था.

इसके अलावा, आप बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए भी किसी भी वॉक इन सेंटर में जाकर तीसरा डोज लगवा सकते हैं.

इसके अलावा, इस वीडियो में आपको प्रीकॉशनरी डोज से जुड़े और भी कई दूसरे सवालों के जवाब मिलेंगे, जैसे कि तीसरी डोज लगवाने के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और तीसरी डोज क्यों है जरूरी.

(ये वीडियो क्विंट के COVID-19 और वैक्सीन पर आधारित फैक्ट चेक प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और असम राज्यों के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है. हम इस काम को जारी रख सकें, इसके लिए हमें आपका सपोर्ट चाहिए. हमारे इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करने के लिए आप नीचे description box में दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं)


(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी WEBQOOF@THEQUINT.COM पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT