advertisement
अमेरिकी सेना के पीछे हटने के साथ ही अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) का शिकंजा मजबूत हो रहा है. अब तालिबान राजधानी काबुल तक पहुंच गया है. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक कई तालिबानी काबुल के भीतर भी घुस चुके हैं जबकि तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी को बलपूर्वक नहीं लेने का वादा किया है और सत्ता के "शांतिपूर्ण हस्तांतरण" की प्रतीक्षा करने की बात की है.
तालिबान ने बयान जारी करते हुए कहा कि जब तक "हस्तांतरण प्रक्रिया" पूरी नहीं हो जाती, तब तक सरकार काबुल की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होगी. इसके साथ-साथ तालिबान ने कहा कि वह बदले की भावना से काम नहीं करेगा और सभी नागरिक और सैन्य अधिकारी सुरक्षित रहेंगे.
न्यूज एजेंसी एपी ने एक अफगान अधिकारी के हवाले से बताया कि तालिबानी वार्ताकार रविवार को सत्ता सौंपने पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति भवन गए. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह हस्तांतरण कब होगा.
इसके अलावा कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह खान ने भी एक वीडियो मैसेज में जनता को आश्वस्त करने की कोशिश की.उन्होंने कहा "एक प्रतिनिधिमंडल को जरूरी अधिकार दिये गये हैं और वो अफगानिस्तान पर तालिबान के साथ एक समझौते पर पहुंचने के लिए कल दोहा (कतर) जा रहा है.मैं आपको काबुल की सुरक्षा के बारे में आश्वासन देता हूं."
तालिबान के वादों और मंत्रियों के आश्वासन के बावजूद लोग दहशतमें हैं और देश छोड़ने के लिए बहुत से लोग काबुल एयरपोर्ट की तरफ जा रहे हैं. उनके लिए यह देश से बाहर जाने का अंतिम रास्ता है क्योंकि तालिबान अब लगभग काबुल में है.
तालिबान में जब पास के शहर जलालाबाद पर कब्जा कर लिया तभी से अमेरिकी दूतावास के पास बोइंग सीएच-47 चिनूक हेलीकॉप्टरों की रैपिड शटल उड़ानें शुरू हो गई.साथ ही डिप्लोमैटिक आर्मर्ड SUVs को पोस्ट के आसपास के इलाके से निकलते हुए देखा जा सकता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)