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चीन ने अमेरिका पर पलटवार करते हुए उसके कई नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें टेड क्रूज और मार्को रूबियो जैसे नेता शामिल हैं. समाचार एजेंसी रॉइटर ने ये खबर दी है. इसके साथ ही ऐसा लग रहा है कि अमेरिका और चीन के बीच हॉन्गकॉन्ग अब एक नया मोर्चा बन गया है.
बता दें कि इससे पहले अमेरिका ने ह्यूस्टन स्थिति चीनी कॉन्सुलेंट को खाली करा दिया था. चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच 25 जुलाई को अमेरिका के फेडरल और लॉ एनफोर्समेंट एजेंट्स ह्यूस्टन स्थित चीन की कॉन्सुलेट में दाखिल हुए थे. अमेरिका ने इस कॉन्सुलेट को बंद करने के लिए 24 जुलाई की शाम तक का समय दिया था. डेडलाइन खत्म होने के बाद फेडरल एजेंट्स कॉन्सुलेट में चले गए. तभी चीन ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी. इसके बाद जुलाई में ही चीन ने आदेश दिया कि चेंग्दू में अमेरिका अपने वाणिज्य दूतावास को बंद करे.
दोनों देशों के बीच लंबे समय से ट्रेड वार चल रहा है. इन दिनों टिकटॉक को लेकर टकराव और बढ़ गया है. ट्रंप ने टिकटॉक पर बैन का फरमान सुना दिया है और इससे बचने के लिए टिकटॉक की पेरेंट कंपनी टिकटॉक को किसी अमेरिकी कंपनी को बेचने का रास्ता देख रही है. इसमें माइक्रोसॉफ्ट को फ्रंट रनर माना जा रहा है. दोनों देश अब सीधे-सीधे आर्थिक सुपरपावर बनने की होड़ में आमने-सामने हैं.
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