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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. शपथ के बाद इमरान ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं आज अपने वतन से वादा करता हूं कि हम वह तब्दीली लाएंगे जिसके लिए यह मुल्क लंबे समय से कोशिश करता रहा है.”
बिलावल भुट्टो जरदारी की अगुवाई वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), जिसके पास 54 सीटें हैं, के वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने के फैसले के बाद 15वीं नेशनल असेंबली में चुनाव महज एक औपचारिकता रह गई थी.
शरीफ की उम्मीदवारी को लेकर पीपीपी और पीएमएल-एन के बीच मतभेद उभर आए थे. नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने ऐलान किया कि क्रिकेटर से नेता बने 65 वर्षीय इमरान को 176 वोट मिले, जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और पीएमएल-एन के प्रमुख शाहबाज शरीफ को 96 वोट मिले.
इमरान खान को सात सीटों वाली मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट, पांच सीटों वाली बलूचिस्तान आवामी पार्टी, चार सीटों वाली बलूचिस्तान नेशनल पार्टी, तीन सीटों वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग, तीन सीटों वाली ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस, एक-एक सीटों वाली आवामी मुस्लिम लीग और जमूरी वतन पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है.
आम चुनावों में 116 सीटों के साथ पीटीआई सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी. बाद में नौ निर्दलीय उम्मीदवारों के खान की पार्टी में शामिल होने से उनकी संख्या बल बढ़कर 125 हो गई. इसके अलावा संसद में महिलाओं के लिए आरक्षित 60 सीटों में 28 सीटें, और धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित 10 में से पांच सीटें मिलने के बाद पीटीआई के सदस्यों की संख्या बढ़कर 158 हो गयी.
शपथ ग्रहण में शामिल होने पहुंचे नवजोत सिंह सिद्धू
कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू भी इमरान खान के बुलावे पर पाकिस्तान पहुंचे हैं. वह इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सिद्धू ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की. बाजवा ने पूरी गर्मजोशी के साथ सिद्धू का स्वागत किया.
इमरान ने कहा, ‘‘लेकिन कोई मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं करे.'' साल 1996 में पीटीआई की स्थापना करने वाले पश्तून ने कहा कि वह 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचे हैं.
भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिए गए नवाज शरीफ की तरफ परोक्ष इशारा करते हुए इमरान ने कहा कि वह किसी ‘‘डकैत'' के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेंगे.
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