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पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर रैली के दौरान पंजाब के वजीराबाद में जफर अली खान चौक के पास गोली चलाई गई. इस दौरान उनके पैर पर गोली लगी है और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. गोली चलाने वाले शख्स ने पूछे जाने पर हमला करने की वजह भी बताई है. आइए जानते हैं कि इमरान खान पर क्यों हमला हुआ और इस हमले का पाकिस्तान की अवाम और राजनीति पर क्या क्या असर होने वाला है?
इमरान खान अपनी पार्टी (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) की रैली में कंटेनर पर खडे़ होकर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान अचानक एक अनजान हमलावर उनपर गोली चलाने लगा.
फायरिंग शुरू होते ही इमरान और उनके साथ कंटेनर पर खड़े पार्टी सदस्य गोली से बचने के लिए बैठने की कोशिश करने लगे और आस-पास हंगामा मच गया.
Geo TV की फुटेज के मुताबिक इमरान को दाहिने पैर में चोट लगी है. चैनल ने कहा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वह खतरे से बाहर हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता फवाद चौधरी के मुताबिक पार्टी के तीन अन्य नेता भी घायल हुए हैं. इमरान खान के अलावा सीनेटर फैसल जावेद खान के चेहरे में गोली लगते हुए निकली.
पीटीआई के ट्विटर हैंडल से शेयर किए गए वीडियो में फैसल जावेद ने कहा कि एक साथी की मौत होने की भी खबर है.
ऐसा माना जा रहा है कि इमरान के पैर बहुत गंभीर चोट नहीं लगी है क्योंकि हमले के बाद उनकी पार्टी पीटीआई द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियों में वो कंटेनर पर खड़े होकर अपने प्रशंसकों की ओर रुख करते हुए हांथ हिला रहे थे. इस दौरान वो मुस्कुरा भी रहे थे.
इमरान की पार्टी के सहयोगी इमरान इस्माइल ने Bol TV से बात करते हुए कहा कि इमरान खान को तीन से चार बार गोली मारने की कोशिश गई लेकिन निशाना सटीक नहीं था.
पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया है. इस वीडियो में इमरान खान पर हमला करने वाले युवक ने हमले की वजह पूछे जाने पर कहा कि इमरान खान लोगों को गुमराह कर रहा था और मुझसे ये चीज देखी नहीं गई. इसलिए मैंने इमरान खान को मारने की पूरी कोशिश की. मैंने सिर्फ इमरान खान को मारने की कोशिश की और किसी को नहीं.
उसने कहा कि एक तरफ अजान हो रही थी और दूसरी ओर इमरान खान शोर कर रहे थे, उसके बाद मेरे जमीर में यही आया कि इनको मारना चाहिए. उसने बताया कि जिस दिन से इमरान खान लाहौर से चला है, मैंने उसी दिन सोचा कि इसको मुझे मारना है.
इमरान खान की ये रैली 28 अक्टूबर को लाहौर के लिबर्टी चौक से शुरू हुई थी और 4 नवंबर को राजधानी इस्लामाबाद पहुंचने की उम्मीद है. बता दें कि इमरान खान ने इस रैली को 'हकीकी आजादी मार्च' नाम दिया है.
इमरान खान ने इस रैली को पाकिस्तान के सबसे बड़े स्वतंत्रता आंदोलनों में से एक बताया है. रिपोर्ट के मुताबिक वो चाहते हैं कि देश में जल्द से जल्द चुनाव हो. इसी को लेकर वो पाकिस्तान की मौजूदा सरकार पर दबाव बनाने के मकसद से ये मार्च शुरू किए थे.
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सरकार और इमरान खान के बीच पहले ही टकराव चल रहा था. अब इमरान पर हमला होने के बाद ये देखना होगा कि इसका असर अवाम पर किस तरह से होता है और सरकार पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है. इमरान पर हुआ यह हमला उनके और सरकार के बीच चल रहे टकराव को और बढ़ा सकता है.
इमरान खान पर कातिलाना हमला होने के बाद पीटीआई नेता शेख इम्तियाज महमूद ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को लाहौर के लिबर्टी चौक पहुंचने के लिए कहा.
इमरान पर हमले के साथ ही पाकिस्तान में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.
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