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भारत (India) आज अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मना रहा है. आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने भारत को शुभकामनाएं दीं. बाइडेन ने अपने एक बयान में कहा कि, "महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के संदेश से प्रेरित भारत की लोकतांत्रिक यात्रा की गरिमा को बढ़ावा देने में हम भारत के लोगों के साथ हैं."
बाइडेन ने कहा कि यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप, स्वतंत्रता और गरिमा को बढ़ावा देने के लिए कानून के शासन के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है. उन्होंने कहा, "हमारी साझेदारी हमारे लोगों के बीच गहरे संबंधों से और मजबूत हुई है. संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने हमें ज्यादा समावेशी और मजबूत राष्ट्र बना दिया है." उन्होंने आगे कहा,
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने भारत को स्वतंत्रता दिवस पर बधाई देते हुए कहा, "जैसा कि भारत के हमारे मित्र एक महत्वपूर्ण दिन मना रहे हैं, मैं भूटान के लोगों के साथ उनके सभी सपने साकार होने की कामना करता हूं." उन्होंने आगे कहा, "ये दिन उन सबके, बलिदानों और अनुभवों को उजागर करता है जिन पर भारत ने गौरव हासिल किया है.
आपने दुनिया को दृढ़ता, सामाजिक और आर्थिक प्रगति से प्रेरित किया है. उन्होंने कहा कि जब भी आपके दोस्तों को जरूरत महसूस हुई आप हमेशा साथ खड़े दिखाई दिए.
विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक आधिकारिक बातचीत में, मालदीव के उनके समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने स्वतंत्रता दिवस पर अपनी शुभकामनाएं दीं.
"मालदीव की सरकार और लोगों की ओर से, मैं भारत गणराज्य के महामहिम, सरकार और मैत्रीपूर्ण लोगों को, भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की खुशी के अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं." उन्होंने कहा,
शाहिद ने कहा "एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरते हुए, भारत वैश्विक क्षेत्र में अपनी भूमिका के साथ दुनिया को प्रेरित करना रहेगा...भारत प्रगति और लोकतंत्र का एक उदाहरण बना हुआ है. विविधता में अपनी एकता के साथ, भारत अपने लोगों और अपने पड़ोसियों की बेहतरी के लिए लगातार कोशिश कर रहा है.
"मालदीव और भारत सदियों पुराने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को साझा करते हैं. भारत हमारा सबसे करीबी दोस्त साबित हुआ है, हम जरूरत के किसी भी समय भरोसा कर सकते हैं. इस साल, जब हम औपचारिक राजनयिक संबंधों के 57 साल का जश्न मना रहे हैं, तो हम अपनी रणनीतिक साझेदारी के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम अपने देशों की समृद्धि और अपने पारस्परिक हितों को बढ़ावा देने के लिए काम करना जारी रखेंगे."
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