भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौवीं बार तिरंगा फहराया. पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी भी दी गई. पीएम मोदी ने तोपों की सलामी को लेकर कहा कि आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे थे.आज 75 साल के बाद वो आवाज सुनाई दी है. 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार Made In India तोप ने किया है. इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पांच प्रण और त्रिशक्ति का जिक्र किया.
पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
1. पांच प्रण
पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से पांच प्रण लेने का अह्वान किया और कहा, "अगर हम अपनी ही पीठ थपथपाते रहेंगे तो हमारे सपने कहीं दूर चले जाएंगे, इसलिए हमने कितना भी संघर्ष किया हो उसके बावजूद भी जब आज हम अमृत काल में प्रवेश कर रहे हैं तो अगले 25 साल हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. आज मैं लाल किले से 130 करोड़ लोगों को आह्वान करता हूं. साथियों मुझे लगता है कि आने वाले 25 साल के लिए भी हमें उन पांच प्रण पर अपने संकल्पों को केंद्रित करना होगा. हमें पंच प्रण को लेकर 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे, आजादी के दीवानों के सारे सपने पूरे करने का जिम्मा उठाकर चलना होगा."
विकसित भारत- अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा, और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए.
विकसित भारत- अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए.
गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण- दूसरा प्रण है किसी भी कोने में हमारे मन के भीतर अगर गुलामी का एक भी अंश हो उसे किसी भी हालत में बचने नहीं देना.
विरासत पर गर्व- तीसरी प्रण शक्ति है कि हमें हमारी विरासत पर गर्व होना चाहिए. यही विरासत है, जिसने भारत को स्वर्णिम काल दिया था. यह विरासत है जो समय समय पर परिवर्तन करने का सामर्थ्य रखती है.
एकता और एकजुटता का प्रण- चौथा प्रण है एकता और एकजुटता. 130 करोड़ देशवासियों में एकजुटता. न कोई अपना न कोई पराया. एक भारत औऱ श्रेष्ठ भारत के लिए यह प्रण है.
2. सरकार की उपलब्धि
PM मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा, "पिछले 8 वर्षों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा आधार, मोबाइल जैसी आधुनिक व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए, गलत हाथों में जाने वाले 2 लाख करोड़ रुपये को बचाकर उन्हें देश की भलाई में लगाने में हम कामयाब हुए."
3. कोरोना की वैक्सीन
पीएम मोदी ने कहा, "कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी. उस समय हमारे देश लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम करके दिखाया."
4. परिवारवाद पर चोट
पीएम मोदी ने अपने भाषण में परिवारवाद का जिक्र करते हुए कहा, "जब मैं भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की बात करता हूं, तो लोगों को लगता है कि मैं सिर्फ राजनीति की बात कर रहा हूं. जी नहीं, दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की उस बुराई ने हिंदुस्तान के हर संस्थान में परिवारवाद को पोषित कर दिया है."
इसके कारण मेरे देश के टैलेंट को नुकसान होता है. मेरे देश के सामर्थ्य को नुकसान होता है. हमें हर संस्था में इसके प्रति एक नफरत पैदा करनी होगी. संस्थाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए काफी जरूरी है. राजनीति में भी परिवारवादी राजनीति ने बहुत नुकसान पहुंचाया है. परिवारवादी राजनीति परिवार के लिए होती है, उसे देश से कोई लेना देना नहीं होता है. आइए हिंदुस्तान की राजनीति की शुद्धिकरण, हिंदुस्तान की सभी संस्थाओं के शुद्धिकरण के लिए योग्यता के आधार पर देश को बढ़ना होगा.
5. भ्रष्टाचार
पीएम मोदी ने कहा, "भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, उससे देश को लड़ना ही होगा. हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े, हम इसकी कोशिश कर रहे हैं."
"भारत जैसे लोकतंत्र में जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं. एक तरफ वे लोग हैं जिनके पास रहने के लिए जगह नहीं है, एक तरफ वो लोग हैं जिनको चोरी का माल रखने की जगह नहीं है. हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है. जो लोग बैंकों की संपत्ति लेकर भागे उनकी संपत्ति जब्त की और कुछ जेल में हैं. उनकी जिन्होंने देश को लूटा है उन्हें लौटाने पड़े. हम ये परिस्थिति पैदा करेंगे. मुझे भ्रष्टाचार को खत्म करना है."
6. विदेशी खिलौने से नहीं खेलेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि 5 साल का बच्चा घर में विदेशी खिलौने से नहीं खेलने का संकल्प करता है तब आत्मनिर्भर भारत उसकी रगों में दौड़ता है. आप देखिए, पीएलआई स्कीम. एक लाख करोड़ रुपये, दुनिया के लोग भारत में नसीब आजमाने आ रहे हैं. भारत मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है. आज देश बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। जब हमारा ब्रह्मोस दुनिया में जाता है तो कौन हिंदुस्तानी होगा जिसका मन आसमां को नहीं छूता होगा. हमें आत्मनिर्भर बनना है.
7. पीएम मोदी ने दिया नया नारा
पीएम मोदी ने कहा, "लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था. इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा. और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है. अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान हो."
8. अंतरिक्ष से लेकर समंदर की गहराई तक रिसर्च में मिले मदद
पीएम मोदी ने कहा, "हमारा प्रयास है कि देश के युवाओं को असीम अंतरिक्ष से लेकर समंदर की गहराई तक रिसर्च के लिए भरपूर मदद मिले. इसलिए हम स्पेस मिशन, Deep Oce#IndiaAt75an Mission का विस्तार कर रहे हैं. स्पेस और समंदर की गहराई में ही हमारे भविष्य के लिए जरूरी समाधान हैं."
9. गुलाम मानसिकता से आजादी
PM Modi ने कहा, "ये हमारे नौजवान हैं, जो आज नई नई खोज के साथ दुनिया के सामने आ रहे हैं. गुलामी की मानसिकता को हमें तिलांजली देनी पड़ेगी, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करना होगा."
"मने देखा है कि कभी कभी हमारे talent भाषा के बंधनों में बंध जाते हैं. ये गुलामी की मानसिकता का परिणाम है. हमें हमारे देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए."
10. तेल पर क्या बोले पीएम
पीएम मोदी ने तेल पर कहा, "हम खाड़ी देशों के तेल पर अत्यधिक निर्भर थे. हमने पेट्रोल में 10% एथेनॉल मिलाने की योजना बनाई थी. ऐसा लगता था कि इसे पूरा करना मुश्किल काम है. हालांकि, हमने समय से पहले ही पेट्रोल के साथ इथेनॉल का सम्मिश्रण हासिल कर लिया था."
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