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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ये ऐलान करने के चौंका दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन कम करने के लिए अमेरिका बीच बचाव कर रहा है.
इसका संकेत समझें तो लगता है कि दोनों देशों के बीच जो युद्ध जैसे हालात हैं वो सुधरने की तरफ बढ़ रहे हैं. ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस उत्तर कोरिया के नेता किम जंग उन से हुई बातचीत की जानकारी देने के लिए हो रही थी.
इसके पहले अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान दोनों से सीमा पर सैन्य गतिविधियां रोकने की अपील की थी. अमेरिकी विदेश विभाग ने दोनों देशों से कहा था कि हालात सुधारने और तनाव कम करने के लिए तत्काल कदम उठाएं.
अमेरिका ने पाकिस्तान से साफ साफ कहा है कि वो आतंकवादियों को पनाह देना बंद करे उनको मिलने वाली आर्थिक मदद रोके और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का पालन करे.
ट्रंप के बयान पर सरकारी सूत्रों का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के कई जरिए हैं, ऐसे में किसी तीसरे की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है. सूत्रों ने ये भी कहा कि ट्रंप, भारत-पाक के बीच तनाव कम होने पर जो भी बयान दे रहे हैं, वो किस बुनियाद पर दे रहे हैं, इसका पता नहीं है.
14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर जैश के आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा. जिसके बाद मोदी सरकार ने कहा था कि वो इसका जवाब देगी. 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सीमा पर बालाकोट में जैश के कैंप पर हवाई हमला किया.
विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया था कि बालाकोट कैंप में हुए हमले में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी, ट्रेनर और कमांडर मारे गए.
इसके बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने भारतीय सीमा की तरफ उड़ान भरी तो भारत ने पाकिस्तान का एफ-16 मार गिराया.
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