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ईरान (Iran) के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियां का कहना है कि विश्व शक्तियों (P5+1) के साथ ईरान के परमाणु समझौते (Nuclear deal) को पुनर्जीवित करना "पहुंच के भीतर" है लेकिन यह पश्चिम की सद्भावना पर निर्भर करेगा.
विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियां ने गुरुवार, 2 दिसंबर को ट्वीट करते हुए बताया कि ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत "गंभीरता से आगे बढ़ रही है" और प्रतिबंधों को हटाना एक "मौलिक प्राथमिकता" है.
ईरान और कई विश्व शक्तियों (P5+1) - ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से वार्ता सोमवार, 29 नवंबर को फिर से शुरू हुई है. इससे पहले ईरान ने राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के चुनाव के बाद जून में उन्हें रोक दिया गया था. अप्रैल और जून के बीच वियना में छह दौर की वार्ता हुए है लेकिन बेनतीजा रही.
ईरान के शीर्ष परमाणु वार्ताकार अली बघेरी कनी ने बताया है कि गुरुवार, 2 दिसंबर को ही ईरान ने परमाणु समझौते में शामिल होने के लिए प्रतिबंधों को हटाने और परमाणु प्रतिबद्धताओं से जुड़े दो मसौदा इसमें शामिल यूरोपीय शक्तियां के सामने रखा है.
इस बीच इजरायल ने विश्व शक्तियों से परमाणु वार्ता को तुरंत रोकने की अपील की है. इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र के वाचडॉग- इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी- की उस घोषणा का हवाला दिया है कि तेहरान ने अधिक उन्नत सेंट्रीफ्यूज के साथ एनरिचेड यूरेनियम का उत्पादन शुरू कर दिया है.
इजरायली प्रधान मंत्री नफ्ताली बेनेट ने बुधवार, 1 दिसंबर को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा कि "ईरान बातचीत की रणनीति के रूप में परमाणु ब्लैकमेल कर रहा है, और इसका जवाब बातचीत को तत्काल रोक देना चाहिए और विश्व शक्तियों द्वारा कड़े कदमों को लागू करना चाहिए." इसकी जानकारी इजरायल प्रधानमंत्री कार्यालय ने दी.
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