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गाजा (Gaza) में जारी इजरायली (Israel) हमले एक बीच एक बार फिर फिलिस्तिनियों को इलाका खाली करने का निर्देश मिला है. इजरायल की सेना का कहना है कि उसने दक्षिणी गाजा शहर में "सीमित" ऑपरेशन शुरू करने से पहले फिलिस्तीनियों को पूर्वी रफा के कुछ हिस्सों को छोड़ने का आदेश दे दिया है. लगभग एक लाख लोगों को खान यूनिस और अल-मवासी की ओर जाने को कहा गया है.
बता दें इससे पहले गाजा के लोगों को खान यूनिस से निकाला गया था.
इजरायल का कहना है कि हमास को हराने के लिए उसे अब रफा इलाके में एक्शन लेना होगा.
रफा में इजरायली हवाई हमलों में कथित तौर पर रात भर में कम से कम 19 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. दरअसल इससे पहले हमास लड़ाकों ने यहां से रॉकेट लॉन्च किए थे जिसके बाद केरेम शालोम सीमा पार पर चार इजरायली सैनिकों की मौत हो गई थी. ये एंट्री पॉइंट है जहां से गाजा में मानवीय सहायता पहुंच रही है.
ये हमले तब हुए जब युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर चल रहे समझौतों को झटका लगा. हालांकि मध्यस्थ करने वालों का कहना है कि उनके प्रयास जारी हैं.
इजरायली रक्षा बल (IDF) के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने जोर देकर कहा कि रफा में जो ऑपरेशन चलाने की तैयारी है वो "सीमित दायरे" का है. उन्होंने कहा कि कोई समय सीमा घोषित नहीं की गई है और अनुमानित 1,00,000 लोगों को निकाला जा रहा है, उसे "सही तरीके से" किया जाएगा.
IDF लोगों को स्थानांतरित करने के लिए संदेश, फ्लायर्स और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है. सेना ने प्लेन से अरबी में लिखे फ्लायर्स गिराए जिसमें से एक में नक्शा बना है जो दक्षिण-पूर्वी रफा में नौ ऐसे क्षेत्रों के बारे में बता रहा है जहां सेना का कहना है कि वो यहां "आतंकवादी संगठनों के खिलाफ काम करेगा".
गाजा छोड़ने की कोशिश कर रहे एक ब्रिटिश सर्जन निक मेनार्ड ने एक ऑडियो मैसेज में समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि: “क्रॉसिंग के तुरंत बाहर दो बड़े बम फट गए हैं. हमसे लगभग 100 मीटर की दूरी पर भी भारी गोलीबारी हुई है. हम बहुत अस्पष्ट हैं कि हम बाहर निकल पाएंगे या नहीं. रफा में ड्राइविंग करते समय, काफी तनाव था और लोग जितनी तेजी से हो सके वहां से निकल रहे थे."
वहीं बीबीसी से बातचीत में पिछले चार महीनों में छह बार विस्थापित हो चुकी दो बच्चों की एक फिलिस्तीनी मां ने कहा कि वह प्रभावित क्षेत्रों में से एक से केवल 15 मिनट की दूरी पर शरण ले रही थीं, फिलहाल वहीं रह रही हैं. "ईमानदारी से कहूं तो मैं बहुत उलझन में हूं. मेरे पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है. यह आखिरी जगह है जिसे मैं जानती हूं."
उन्होंने आगे कहा कि:
रफा में 14 लाख से ज्यादा गजावासी रहते हैं - जो पहले की तुलना में 5 गुना अधिक है. नॉर्वेजियन शरणार्थी परिषद के अनुसार हर वर्ग किलोमीटर पर 22,000 लोग रह रहे हैं. पहले से ही बीमारी फैल रही है, डायरिया, हेपेटाइटिस ए और मेनिनजाइटिस के प्रकोप के साथ-साथ भूखमरी का संकट भी जारी है.
रफा वह जगह है जिसके आगे अंतराष्ट्रीय सीमा आ जाती है और यहां से आगे ईजिप्ट है. ईजिप्ट ने अपनी सीमा को सख्ती के साथ बंद कर रखा है. इसीलिए रफा गाजा वासियों के लिए एक तरह से आखिरी 'पनाह' है.
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने चेतावनी दी है कि रफा में दस लाख से अधिक विस्थापित फिलिस्तीनी पहले से ही शरण लिए हुए हैं, इसलिए यहां हमला करने के खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.
वहीं फ्रांस ने भी चेतावनी दी है कि यदि इजरायल रफा से फिलिस्तीनी नागरिकों को जबरन विस्थापित करना चाहता है तो वह अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत युद्ध अपराध होगा.
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने भी इजरायल के आदेश की आलोचना की है.
जॉर्डन के विदेश मंत्री ने कहा, "फिलिस्तीनियों का एक और नरसंहार होने वाला है."
एक बयान में, ईजिप्ट के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने इजरायल से "आत्म-संयम" बरतने और इस "बहुत संवेदनशील समय" में किसी भी अधिक तनाव से बचने का आह्वान किया है, जबकि संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत जारी है.
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