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इजरायल और हमास (Israel-Hamas War) के बीच युद्ध आज यानी 12 अक्टूबर को भी जारी रहा. आज युद्ध का छठा दिन था. आसमान से रॉकेट बरस रहे हैं. दोनों तरफ के लोगों की मौत अभी भी जारी है. गाजा में 1300 से ज्यादा लोग और इजरायल में 1200 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
इजरायल की तरफ से गाजा में बिजली-पानी की सप्लाई भी रोक दी गई है और इसे बहाल करने के लिए इजरायल ने अपनी शर्त भी रख दी है. ये शर्त क्या है? इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध के बीच अब क्या अपडेट है?
इजरायल ने गाजा पट्टी पर "पूर्ण घेराबंदी" की घोषणा करते हुए 10 अक्टूबर को पानी-बिजली की आपूर्ति रोकने का ऐलान किया था. अब इजरायल ने शर्त रखी है कि जब तक हमास सभी इजरायली बंधकों को आजाद नहीं करता है तब तक पानी-बिजली की आपूर्ती बहाल नहीं की जाएगी. ऊर्जा मंत्री काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा,
इजरायली पीएम बेंजमिन नेतन्याहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हमास की तुलना ISIS से करते हुए कहा कि हमास के साथ वैसा ही व्यवहार किया जाएगा जैसा ISIS के साथ किया गया था. उन्होंने कहा कि हमास को राष्ट्रों के समुदाय से बाहर कर दिया जाना चाहिए. नेतन्याहू ने आगे कहा कि ये वो समय है जब हमें बुराई के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए. हम एक स्टैंड ले रहे है.
इजरायल का कहना है कि जब तक इजरायली बंधकों को रिहा नहीं किया जाएगा जब तकर गाजा की घेराबंदी खत्म नहीं होगी
इजरायल के ऊर्जा मंत्री काट्ज ने कहा कि, जब तक इजरायली बंधक रिहा नहीं होंगे तब तक कोई बिजली चालू नहीं किया जाएगा, कोई जल हाइड्रेंट नहीं खोला जाएगा और कोई ईंधन ट्रक प्रवेश नहीं करेगा.
इजरायल पर हमास के हमलों के दौरान कम से कम 150 बंधकों को गाजा ले जाया गया है. हमास के हमले में इजरायल में कम से कम 1200 लोगों की मौत हो चुकी है.
इजरायल की तरफ से जवाबी हवाई हमले शुरू करने के बाद से गाजा में 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि 338,000 लोग विस्थापित हुए हैं
12 अक्टूबर को गाजा के एकमात्र पावर हाउस में ईंधन खत्म हो गया. पूरा इलाका अब जनरेटर पर निर्भर है.
रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने चेतावनी दी है कि 12 अक्टूबर को अस्पताल के जनरेटरों का ईंधन भी खत्म हो सकता है.
इजरायली सेना का कहना है कि उसके हवाई हमले हमास के सुरंगों के विशाल नेटवर्क को निशाना बना रहे हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन अजय के तहत संचालित होने वाली पहली चार्टर्ड उड़ान, जिसे केंद्र ने संघर्षग्रस्त इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किया है, शुक्रवार को लगभग 230 लोगों को वापस लाने की उम्मीद है.
इजरायल पर हमास के हमले को भारत ने आतंकी घटना करार दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले को हम आतंकवादी हमले के रूप में देख रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन को लेकर भारत की पॉलिसी लंबे समय से एक ही रही है. भारत हमेशा से बातचीत के माध्यम से आजाद और संप्रभु फिलिस्तीन बनाने की वकालत करता रहा है. और अभी भी भारत का यही स्टैंड है.
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