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इजरायल-हमास जंग (Israel Hams War) को शुरु हुए 226 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अब भी दोनों पक्षों के बीच कोई रास्ता नहीं निकाला जा सका है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) की कसम भी अब तक पूरी नहीं हो पाई जो उन्होंने देशवासियों से किया था. नेतन्याहू ने हमास की कैद में इजरायली बंधकों को रिहा कराने की कसम खाई थी.
प्रधानमंत्री के वादे जब पूरे होते नहीं दिखे तब जनता सड़कों पर भी उतर आई थी. लेकिन इस जंग को लेकर इजरायल में आंतरिक कलह इतनी बढ़ गई है कि इसकी जद में इजरायल का कैबिनेट भी आ चुका है.
इजरायल के वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गैंट्ज ( Benny Gantz) ने इस्तीफा देने की धमकी दी है, जब तक कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पट्टी के लिए जंग के बाद की योजनाओं को तय नहीं कर लेते हैं.
गैंट्ज ने छह "रणनीतिक लक्ष्यों" को हासिल करने के लिए 8 जून तक का अल्टीमेटम दिया है. इसका मकसद गाजा में हमास के शासन का अंत और इस इलाके में बहुराष्ट्रीय नागरिक प्रशासन व्यवस्था स्थापित करना है.
नेतन्याहू की ओर इशारा करते हुए बेनी गैंट्ज ने कहा, "यदि आप राष्ट्रीयता को अपने व्यक्तिगत हितों से ऊपर रखते हैं तो जंग में आप हमें सहयोगी के तौर पर पाएंगे, लेकिन अगर आप कट्टरपंथियों का रास्ता चुनते हैं और पूरे देश को रसातल में ले जाते हैं, तो हम सरकार छोड़ने के लिए मजबूर होंगे."
बेनी गैंट्ज से पहले इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कुछ दिनों पहले नेतन्याहू से गुजारिश की थी कि वह सार्वजनिक तौर पर यह बताएं कि जंग के बाद इजरायल गाजा में कुछ नहीं करने जा रहा है. यह भी साफ करें कि इजरायल गाजा में सैन्य शासन को संभालने की कोई योजना नहीं रखता है.
ऐसे सवाल काफी वक्त से इजरायल की ओर दागे जाते रहे हैं लेकिन आधिकारिक तौर पर इजरायल या प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजरायल को चेतावनी दी थी कि वह जंग के बाद गाजा में कोई योजना बनाने की न सोचे.
एक टीवी भाषण में बेनी गैंट्ज ने नेतन्याहू से कहा कि जनता उन्हें देख रही हैं. नेतन्याहू को संबोधित करते हुए गैंट्ज बोले, "आपको यहूदीवाद और निराशावाद के बीच, एकता और गुटबाजी के बीच, जिम्मेदारी और अराजकता के बीच, जीत और आपदा के बीच की अपनी प्राथमिकताओं को चुनना होगा."
बेनी गैंट्ज छह "रणनीतिक लक्ष्यों" को हासिल करने के लिए 8 जून का वक्त तय किया है. लेकिन इन लक्ष्यों को लेकर नेतन्याहू की सोच बिल्कुल अलग है.
नेतन्याहू ने इन लक्ष्यों को लेकर कहा, "बेनी गैंट्ज की मांगों (6 रणनीतिक लक्ष्य) से "युद्ध का अंत तो हो जाएगा लेकिन इजरायल के लिए हार हो जाएगी. इससे हम बंधकों को वापस नहीं ला पाएंगे. हमास खुले आम घूमेगा और फिलिस्तीन राज्य की स्थापना हो जाएगी."
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