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जिस तरह से जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने पिछले दिनों अचानक से ट्विटर के सीईओ (CEO of Twitter) पद से इस्तीफा दिया वह केवल ट्विटर में ही हो सकता था. डोर्सी ने उस सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपना इस्तीफा शेयर किया जिसके वे सह-संस्थापक यानी को-फाउंडर हैं. वह मुझे एलन मस्क के एंटरटेनिंग ट्वीट एडवेंचर्स की याद दिलाते हैं. आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि वे अपना इस्तीफा देने के बाद वहां आने वाली प्रतिक्रियाओं व अटकलों को उसी तरह देख रहे होंगे जैसे रंगमंच पर पर्दा उठने के बाद सामने बैठे दर्शक शो का आनंद लेते हैं.
ट्विटर पर डोर्सी का यह पहला इस्तीफा नहीं है, 2008 में उन्हें जबरन सीईओ के पद से हटाया गया था, लेकिन 3 साल बाद उन्होंने फिर से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के तौर ट्विटर में वापसी की थी. ऐसे में इस बार भी कोई भी निश्चित तौर पर यह नहीं कह सकता कि ये त्यागपत्र उनका आखिरी होगा या नहीं?
हालिया इस्तीफे की घोषणा करने वाली ईमेल में जैक ने ट्विटर स्टाफ से कहा है कि मेरा मानना है कि "अपने फाउंडर के प्रभाव या डायरेक्शन से मुक्त होते हुए, संस्थान को "अपने दम पर खड़ा होना चाहिए." जैसे ही ट्विटर पर उन्होंने इस्तीफा डाला उसके बाद ट्विट्स की बाढ़ आ गई, इसके बाद उन्होंने फिर एक ट्वीट किया जिसमें डोर्सी ने जोर देकर कहा कि यह उनका खुद का निर्णय है. ऐसे में इसका क्या मतलब निकलता है?
डोर्सी का निर्णय पूरी तरह अप्रत्याशित भी नहीं था. ट्विटर के डेवलपमेंट को गति देने और इसके वित्तीय प्रदर्शन में सुधार करने के लिए सक्रिय निवेशक एक साल से अधिक समय से जैक पर दबाव डाल रहे थे.
मैं यहां पर डोर्सी के साथ अन्य डिजिटल दिग्गज जेफ बेजोस और एलन मस्क के बीच समानता महसूस करता हूं. डोर्सी की तरह ही बेजोस और मस्क दोनों ही अमेज़ॅन/ब्लू ओरिजिन और टेस्ला/स्पेसएक्स दो-दो कंपनियां चलाते हैं. इसके साथ ही दोनों अलग-अलग तरह के उत्साह और रोमांच की तलाश में हैं. जहां एक ओर बेजोस अंतरिक्ष की कक्षा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं वहीं मस्क अंतरिक्ष में टेस्ला रोडस्टर स्पोर्ट्स कार भेज रहे हैं.
यह सब इस ओर इशारा करता है कि मेगा-टेक फाउंडर्स अपनी सबसे प्रसिद्ध कंपनियों के एक ही ढर्रे पर चलने वाले प्रबंधन से ऊब चुके हैं, इसके साथ ही उनमें कुछ और करने की चाहत है.
ट्विटर के मामले में विचार करने के लिए सोशल-मीडिया भी एक आयाम है. ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे प्लेटफार्मों के साथ सियासी साठगांठ और दुष्प्रचार, गोपनीयता का उल्लंघन और हेट स्पीच जैसे जटिल मुद्दों को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है.
उदाहरण के लिए डोनाल्ड ट्रम्प को प्रतिबंधित करने से पहले ट्विटर उनका पसंदीदा मंच बन गया था लेकिन बाद में ट्विटर पर ही ट्रंप की हेट स्पीच के कारण दुनिया भर में उसकी बदनामी हुई. कभी-कभी कहा जाता है कि ये कंपनियां सोशल मीडिया मिडलाइफ क्राइसिस से गुजर रही हैं.
चूंकि इसका कोई आसान या सरल उपाय नहीं है इसलिए यह समझ में आता है कि डोर्सी जैसा व्यक्ति पुरानी चीजों को ठीक करने के बजाय नई चीजें बनाना पसंद करेगा. अपने साम्राज्य का नियंत्रण दूसरों को सौंपना और कुछ नया करना एक अच्छा विचार हो सकता है.
जब फेसबुक ने अक्टूबर में अपनी ऐतिहासिक घोषणा की थी कि वह Meta के तौर पर खुद की रीब्रांडिंग कर रही है, तब डोर्सी के ट्वीट्स से संकेत मिले थे कि वो जुकरबर्ग के बने के फैसले से असमहत हैं. डोर्सी ने भले ही इस हफ्ते अपने ट्वीट में कहा है कि वे ट्विटर से प्यार करते हैं, इसके बावजूद भी मुझे संदेह है कि वो सोशल मीडिया कंपनियों के भविष्य को लेकर आशंकित हैं और इन ट्रेडिशनल प्लेटफार्मों के कॉन्सेप्ट में भी यकीन रखते हैं.
मेरे विचार से वे दिन अब चले गए जब युवा डेवलपर गूगल, फेसबुक या ट्विटर में काम करने के लिए उत्सुक रहते थे. वे वर्तमान में एनएफटी को "फ़्लिपिंग" (तुरंत प्राॅफिट बनाने के लिए इन डिजिटल संग्रहणीय वस्तुओं को खरीदना और बेचना) और (गैर-मेटा) मेटावर्स के लिए एप्लीकेशन को डेवलप करने में अधिक रुचि रख रहे हैं.
इस बीच रेग्युलेटर्स कंटेंट और डेटा-उपयोग के नैतिक मानकों को लेकर सिलिकॉन वैली के पुराने खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ा रहे हैं. वहीं अगर मेटावर्स भविष्य का रास्ता है तो ऐसे में यह सवाल उठता है कि छोटे से यूजर बेस वाला एक माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म इस नए 3D युग में कैसे फिट होगा?
डोर्सी के पास अब 'स्क्वाॅयर' पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक समय होगा, क्योंकि उन्होंने ट्विटर की कमान 37 वर्षीय चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर पराग अग्रवाल को सौंप दी है. उनकी पेमेंट फर्म की वैल्यू लगभग 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर (£75 बिलियन) है, जोकि ट्विटर की वैल्यू से दोगुनी से ज्यादा है. इस पेमेंट फर्म का एक प्रमुख लक्ष्य क्रिप्टोकरेंसी को मुख्यधारा में लाना है.
'स्क्वायर' की बैलेंस शीट पर बिटकॉइन मौजूद है और इस फर्म की tbDEX नामक एक विकेन्द्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने की योजना है, साथ ही साथ यह फर्म बिटकॉइन माइनिंग मार्केट (नए बिटकॉइन के निर्माण में) में भी एंट्री कर सकती है. डोरसी कई अन्य प्रोजेक्ट्स में एंजेल इंवेस्टर भी हैं, जिसमें म्यूजिक स्ट्रीमिंग एप टाइडल Tidal भी शामिल है, जिसमें रैपर जे जेड सह-निवेशक यानी को-इंवेस्टर हैं.
कई मायनों में क्रिप्टोकरेंसी को आजादी की भावना विरासत में मिली है, यही शुरुआती दौर में सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स की विशेषता हुआ करती थीं. विकेंद्रीकृत या डीसेंट्रलाइज्ड स्टार्ट-अप जैसे फाइनेंस प्लेटफॉर्म कंपाउंड Compound, क्रिप्टो एक्सचेंज यूनिस्वैप Uniswap और करेंसी मेकर मेकरडाओ MakerDao बड़ा मुनाफा कमाने के साथ-साथ काफी लोकप्रिय हो रहे हैं.
इन प्लेटफार्म्स को विलक्षण प्रतिभा वाले शख्स डोमिनेट कर रहे हैं. जैसे Uniswap के क्रिएटर हेडन एडम्स और MakerDao के रून क्रिस्टेंसन है. इनका असमान्य बैकग्राउंड और रिस्क उठाने की भूख इन्हें औरों से अलग बनाती है. ऐसे टेक प्रोफेशनल जो अब कुछ नया नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए यह एक आकर्षक लैंडिंग साइट की तरह होगा जो उन्हें फिर से आशावादी बना सकता है.
सिलिकॉन वैली के सीईओ में से एक जैक डोर्सी ने इस युग की शुरुआत की है, अब उन्हें भी खुद के द्वारा बनाई गई इस दुनिया को अपनाना होगा और इसे दोबारा बनाना होगा. डोर्सी के पास एक एडवांटेज यह है कि वे इस कैंप में नए नहीं है वे पहले भी कुछ समय के लिए इसका हिस्सा रह चुके हैं. ऐसे में उनका जाना मुझे ट्रेडिशनल सोशल मीडिया के बारे में कम आशावादी बनाता है, लेकिन यह बिटकॉइन और डिजिटल स्टार्ट-अप को बढ़ावा दे सकता है.
(थियो तज़ानिदिस, यूनिवर्सिटी ऑफ द वेस्ट स्कॉटलैंड में डिजिटल मार्केटिंग के सीनियर लेक्चरर हैं. यह लेख में व्यक्त विचार लेखक के अपने हैं. क्विंट न तो इसका समर्थन करता है और न ही इसके लिए जिम्मेदार है. यह लेख मूल रूप से द कन्वर्सेशन पर प्रकाशित हुआ था. मूल लेख पढ़ने के लिए आप यहां पर जा सकते हैं.)
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