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पाकिस्तान संसदीय चुनाव (Pakistan Parliamentary Election 2024) के लिए वोटों की गिनती खत्म हो गई है. पाकिस्तान में किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से जारी नतीजों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान समर्थित निर्दलियों ने सबसे ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाया है. किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने और काउंटिंग में गड़बड़ी के दावों के बीच पाकिस्तान का राजनीतिक भविष्य फिलहाल अधर में दिख रहा है.
पाकिस्तान में गुरुवार, 8 फरवरी को आम चुनाव हुए थे जिनमें 265 सीटों पर मतदान हुआ था. अब तक 264 सीटों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. ECP ने NA 88 सीट का परिणाम धोखाधड़ी की शिकायतों के बाद रोक दिया है. शिकायतों को निपटने के बाद इस सीट पर परिणाम की घोषणा होगी. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक,
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP)- 54
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PMLN)- 76
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) समर्थित निर्दलीय- 97
अन्य- 37
कराची स्थित पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) ने चुनावों में आश्चर्यजनक वापसी करते हुए 17 सीटें जीतीं, जबकि कई अन्य ने संयुक्त रूप से 20 सीटें हासिल की हैं.
पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 में से 133 सीटों पर कब्जा जमाना था. लेकिन किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में चुनाव नतीजों से साफ है कि पाकिस्तान को त्रिशंकु संसद का सामना करना पड़ेगा.
X पर एक पोस्ट में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने गुरुवार के चुनाव में वोट डालने के लिए "भारी संख्या" में आने के लिए नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं को बधाई दी है. “उन्होंने लोकतंत्र में अपना विश्वास दिखाया है. यह विश्वास बहुत अनमोल है, यह इतिहास लिखेगा और इसे अवश्य पहचाना जाना चाहिए.”
पाकिस्तान में काउंटिंग में हुई देरी की वजह से कई शहरों में विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला. हजारों की संख्या में गुस्साए लोग सड़कों पर उतरे और विरोध जताया. वहीं अब अंतिम परिणाम जारी होने और स्थगन आदेश के बाद एक बार फिर देशभर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. हालांकि, इस बीच हिंसा की ज्यादा खबरें नहीं हैं.
चुनाव नतीजों में धांधली का आरोप लगाते हुए पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में विरोध प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में सड़कों पर लोग उतरे. पीटीआई ने विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें अपने आधिकारिक X अकाउंट पर शेयर की है.
वहीं लाहौर में भी PTI समर्थकों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया.
PTI समर्थित नेता मेहरबानो कुरेशी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है.
PTI की मेहर बानो कुरैशी ने कहा है कि निर्दलीय किसी अन्य पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा नहीं बदलेंगे और न ही रख सकते हैं. डॉन के न्यूज शो पर बोलते हुए उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि पीटीआई उम्मीदवारों, जिन्हें निर्दलीय कहा जा रहा है, को सभी वोट इमरान खान के कारण मिले हैं.
लाहौर के NA-121 निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले PTI समर्थित उम्मीदवार वसीम कादिर PMLN में शामिल हो गए हैं.
पीपीपी के केंद्रीय सूचना सचिव फैसल करीम कुंडी ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी को "स्थिर गठबंधन" में प्रधानमंत्री का पद नहीं मिलता है तो उन्हें विपक्ष में बैठना चाहिए. X पर एक पोस्ट में कुंडी ने कहा: "पहले अपनी पार्टी को प्राथमिकता दें और उस पद से लोगों की सेवा करना जारी रखें."
वहीं पूर्व PPP सीनेटर फरहतुल्ला बाबर ने पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के फॉर्म 45 और फॉर्म 47 को अपलोड करने में देरी पर सवाल उठाया है.
वहीं मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) ने PMLN के साथ किसी भी समझौते से इनकार किया है, जिसका दावा PMLN की मरियम औरंगजेब ने रविवार को किया था.
MQM के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी ने कराची में संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल PMLN के साथ गठबंधन समझौते के बारे में खबरों में "कोई सच्चाई नहीं" है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने लाहौर में अपनी बैठक में देश के सामने आने वाली समस्याओं और खतरों से निपटने के तरीके पर चर्चा की है.
सिद्दीकी ने कहा कि चुनाव ने एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर दी है और सभी को "देश को बचाने" के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है.
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