advertisement
पाकिस्तान में आधी रात को इमरान खान (Imran Khan) की सरकार गिर गई. अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 174 वोट पड़े. लेकिन मतदान से पहले पाकिस्तान में गजब का पॉलिटिकल ड्रामा हुआ. शुरुआत नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर के बयान से हुई. उन्होंने कहा कि इमरान खान से 30 साल पुराना रिश्ता है. इसलिए उन्हें बाहर करने के लिए मतदान की अनुमति नहीं दे सकता हूं.
जैसे ही ये बयान आया, लगा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं होगी. ऐसे में पाकिस्तान की अदालतें एक्टिव हो गईं. पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने रात 12 बजे सुप्रीम कोर्ट खोलने का आदेश दिया. अगर कोर्ट का आदेश नहीं माना जाता तो इमरान के खिलाफ अवमानना का केस चलाने की तैयारी थी. इस बीच रात करीब 10 बजे खबर आई कि इमरान खान से आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने मुलाकात की.
इसके कुछ ही देर बाद इस्लामाबाद की सड़कों पर फौज की गाड़ियां दिखने लगीं. पाकिस्तान मीडिया के हवाले से खबर आई कि अगर रात 12 बजे तक वोटिंग नहीं हुई तो इमरान खान, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को गिरफ्तार किया जा सकता है. पुलिस की छुट्टियां रद्द कर दी गईं, एयरपोर्ट अलर्ट पर थे. इससे संकेत मिल रहा था कि कुछ बड़ा होने वाला है. दूसरी तरफ इमरान के लिए उनके समर्थक लाहौर की सड़कों पर नारे लगाते नजर आए.
उन्होंने कहा कि वो विदेशी ताकतों की साजिश का मोहरा नहीं बनना चाहते हैं इसलिए पद छोड़ रहे हैं. यही वो प्वॉइंट था, जिसके बाद लगा कि अब इमरान खान क्लिन बोल्ड हो गई है. असद कैसर के पद छोड़ने के बाद पीएमएल-एन के सांसद अयाज सादिक को स्पीकर बना दिया गया. अब इमरान की हार तय थी.
पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान के लिए दुखद दिन. लुटेरे सत्ता में आ गए. इमरान खान के सचिव का ट्रांसफर भी कर दिया गया. समां न्यूज ने खबर चलाई की इमरान खान ने पीएम हाउस छोड़ दिया है. ये सब करते-करते 12 बज चुका था. नए स्पीकर ने कहा कि तारीख बदली है तो दो मिनट के लिए नेशनल असेंबली की कार्यवाही को रोका जा रहा है. फिर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई.
इमरान खान की सरकार गिर गई. अब PML-N के नेता शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. सदन में बिलावल भुट्टो ने कहा- आप सभी को पुराना पाकिस्तान मुबारक हो. ये इमरान के नए पाकिस्तान के वादे पर तंज था. इस्लामाबाद हाईकोर्ट अब इमरान खान को एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में शामिल करने की मांग वाली एक याचिका पर सुनवाई करेगा.
ECL में इमरान खान, शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी और अन्य को शामिल करने की मांग के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट एक याचिका दायर की गई थी. हाईकोर्ट सोमवार को याचिका पर सुनवाई करेगा. यानी आधी रात को सत्ता तो बदल गई, लेकिन पाकिस्तान का पॉलिटिकल ड्रामा अभी खत्म नहीं हुआ है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)