पाकिस्तान (Pakistan) की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के पहले संकटग्रस्त प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने भारत की जमकर तारीफ की है. शनिवार, 9 अप्रैल को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है. इस वोटिंग से एक दिन पहले इमरान खान ने राजनैतिक हालातों पर देश के सामने अपना संबोधन रखा, इस संबोधन में उन्होंने कई बार भारत के उदाहरणों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि, "कोई भी महाशक्ति भारत के लिए शर्तों को निर्धारित नहीं कर सकती है,"
भारतीय विदेश नीति की तारीफ
इमरान ने अपने संबोधन में भारतीय विदेश नीति की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि कोई भी देश भारत के सामने खड़ा नहीं हो सकता क्योंकि इसने लोगों के हितों का हवाला देते हुए रूस-यूक्रेन युद्ध में पक्ष लेने से इनकार कर दिया.
“यूरोपीय संघ के राजनयिक दबाव बनाते रहे कि पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बोलना चाहिए, लेकिन वे भारत से ऐसा कहने की हिम्मत नहीं कर सके क्योंकि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है"इमरान खान
अमेरिका पर आरोप
इमरान खान ने वोटिंग से पहले अमेरिका पर भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, “मैं दूसरे देश के लिए लोगों को मरने नहीं दे सकता. हमारी विदेश नीति संप्रभु होनी चाहिए...अमेरिका मेरी रूस यात्रा से नाखुश था."
इमरान खान ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा कि एक सहयोगी होने के बावजूद, पश्चिमी देश ने पाकिस्तान में 400 ड्रोन हमले किए और विपक्ष के साथ मिलकर उनकी सरकार को गिराने की सक्रिय साजिश रची.
वे अमेरिका के खिलाफ अपने आरोपों के बारे में बेहद मुखर रहे हैं. अपने आरोप पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा, "एक अमेरिकी प्रतिनिधि ने कहा कि अगर इमरान खान को बाहर कर दिया जाता है, तभी अमेरिका पाकिस्तान को माफ करेगा."
आपको बता दें कि इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से बचने के लिए राष्ट्रपति को असेंबली भंग करने की सिफारिश की थी जिसके बाद राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दिया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए नेशनल असेंबली को फिर से बहाल कर दिया. अब आज, 9 अप्रैल को अविश्सवास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है.
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