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पाकिस्तान सरकार ने दावा किया है कि पाकिस्तान में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव ने रिव्यू पिटीशन दायर करने से मना कर दिया है और ये फैसला किया है कि वो अब दया याचिका के साथ आगे बढ़ेंगे. पाकिस्तानी मीडिया ये भी बता रही है कि पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को दूसरा काउंसलर एक्सेस देने का ऑफर दिया है.
पाकिस्तान के एडिशनल अटॉर्नी जनरल ने बताया है कि- "17 जुलाई 2020 को भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को याचिका दायर करने और सजा और दोषी होने पर पुनर्विचार करने के लिए बुलाया गया था. अपने लीगल अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने रिव्यू पिटीशन दायर करने और अपनी सजा और दोषी होने पर पुर्नविचार करने से मना कर दिया है."
बता दें कि भारतीय नौ सेना के रिटायर्ड अधिकारी कुलभूषण जाधव पाकिस्तान की जेल में बंद हैं. जाधव को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान में कथित तौर पर तोड़फोड़ और आतंकी कार्रवाई के आरोप में गिरफ्तार किया था. पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का आरोप था कि जाधव ईरान से पाकिस्तान में जासूसी के इरादे से आया था. जबकि भारत ने कुलभूषण के जासूसी और तोड़फोड़ में लिप्त होने के आरोपों से इनकार किया है. उसका कहना है कि भारतीय नेवी के रिटायर्ड अफसर जाधव को पाकिस्तान ईरान से अगवा कर अपने यहां ले गया था.
इसके पहले 2019 में नीदरलैंड की अंतरराष्ट्रीय अदालत ने करीब 26 महीने तक चली सुनवाई के बाद भारत के हक में फैसला सुनाते हुए कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्सेस देने को कहा था.
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