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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) और उनकी सरकार के टॉप सदस्यों का नाम पेगासस स्पाइवेयर (Pegasus Project) के संभावित टारगेट में से एक था. उनके अलावा, पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) समेत दुनियाभर के कई लीडर्स का नाम इस लिस्ट में संभावित टारगेट के तौर पर शामिल था.
NDTV में छपी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, फॉरबिडन स्टोरीज के हेड, लौरेन्ट रिचर्ड ने बताया कि मैक्रों के फोन का टेक्निकल एनालिसिस नहीं हो पाया है, जिसके कारण ये पूरी तरह से मालूम नहीं है कि उनके फोन में पेगासस स्पाइवेयर आया था या नहीं. उन्होंने कहा, "हमें ये नंबर मिले लेकिन हम साफतौर से ये निर्धारित करने के लिए इमैनुएल मैक्रों के फोन का टेक्निकल एनालिसिस नहीं कर सके कि ये मैलवेयर से इंफेक्ट हुआ था या नहीं. लेकिन ये दिखाता है कि ऐसा करने की संभावना थी."
मैक्रों के ऑफिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अगर ये तथ्य साबित हो जाता है तो ये काफी गंभीर मामला है.
इस रिपोर्ट में, और कई वर्ल्ड लीडर्स का नाम सामने आया है. द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा, मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली, मोरक्को के प्रधानमंत्री साद-अदीन एल ओथमानी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम भी लिस्ट में शुमार था.
पेरिस स्थित नॉनप्रॉफिट मीडिया फॉरबिडन स्टोरीज और एमनेस्टी इंटरनेशनल के पास लीक हुए नंबरों की लिस्ट थी, जिसे बाद में उन्होंने द वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन, ले मोंडे और द वायर समेत दुनियाभर के करीब 16 मीडिया संस्थानों के साथ शेयर किया, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई. इस जांच को 'पेगासस प्रोजेक्ट' नाम दिया गया है.
जांच में सामने आया है कि भारत में करीब 40 पत्रकारों पर जासूसी की गई. वहीं, संभावित टारगेट लिस्ट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, और सबसे हैरान करने वाले दो नाम- मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह का भी नाम सामने आया है. पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाने वाली महिला और उसके रिश्तेदारों का नंबर भी लिस्ट में शामिल था.
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