Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019World Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sri Lanka:राजपक्षे 'फरार',सुबह तक कर्फ्यू लगा,1 प्रदर्शनकारी की मौत-10 बड़े अपडेट

Sri Lanka:राजपक्षे 'फरार',सुबह तक कर्फ्यू लगा,1 प्रदर्शनकारी की मौत-10 बड़े अपडेट

Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति Gotabaya Rajapaksa बिना इस्तीफा दिए मालदीव भाग गए और वहां से सिंगापुर के लिए निकल गए

क्विंट हिंदी
दुनिया
Published:
<div class="paragraphs"><p>Sri Lanka: प्रधानमंत्री ऑफिस में कब्जे के बाद प्रदर्शनकारी</p></div>
i

Sri Lanka: प्रधानमंत्री ऑफिस में कब्जे के बाद प्रदर्शनकारी

(फोटो- पीटीआई)

advertisement

श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट (Sri Lanka Crisis) के साथ-साथ देशव्यापी अराजकता और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है. आर्थिक संकट से बेहाल जनता के विरोध-प्रदर्शन से जूझते भारत के इस पड़ोसी देश से बुधवार, 13 जुलाई को दिन भर कई बड़ी खबर आती रहीं. एक तरफ राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) बिना इस्तीफा दिए मालदीव भाग गए और वहां से सिंगापुर के लिए निकल गए. वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री और अब कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) के ऑफिस पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया. जानते हैं आज श्रीलंका से आई 10 बड़ी खबरों पर एक नजर.

1. राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के मालदीव जाने के बाद कोलंबो में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच श्रीलंका ने आज आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी. मालदीव मीडिया ने बताया कि गोटाबाया राजपक्षे मालदीव के बाद सिंगापुर के लिए निकल गए हैं. गोटाबाया राजपक्षे को मालदीव में विपक्ष के अलावा वहां बसने वाले श्रीलंकाई मूल के लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा.

2. हजारों प्रदर्शनकारियों के भीड़ ने आज देश के प्रधानमंत्री और अब कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के ऑफिस पर कब्जा कर लिया. डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद अस्पताल में भर्ती 26 वर्षीय प्रदर्शनकारी की सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो गई है.

3. टीवी पर दिए गए एक बयान में प्रधान मंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस को "लॉ-एंड-ऑर्डर बहाल करने के लिए जो आवश्यक है" वो करने का निर्देश दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि "प्रदर्शनकारी मुझे कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने से रोकना चाहते हैं". उन्होंने कहा, "हम फासीवादियों को सत्ता पर कब्जा करने की अनुमति नहीं दे सकते."

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

4. श्रीलंका में आज भारी अराजक स्थिति के बीच संसद के स्पीकर ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई. इसमें शामिल हुए सभी मंत्रियों की राय थी कि जैसे ही सर्वदलीय सरकार बनाने का समझौता होगा, वे उस सरकार को जिम्मेदारी सौंप देंगे. बता दें कि श्रीलंका की सेना और पुलिस ने स्पीकर से एक सर्वदलीय बैठक बुलाने और नए राष्ट्रपति की नियुक्ति पर राजनीतिक समाधान सुनिश्चित करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सूचित करने का आग्रह किया.

5. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने स्पीकर को एक ऐसे प्रधान मंत्री को नॉमिनेट करने के लिए कहा है, जो सरकार और विपक्ष दोनों को स्वीकार्य हो.

6. कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने एक राजपत्र अधिसूचना जारी कर गुरुवार, 14 जुलाई की सुबह 5 बजे तक पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

ashutosh kumar singh

7. संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धने ने आज कहा कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अपने वादे के अनुसार आज ही अपना इस्तीफा भेज देंगे. उन्होंने यह भी जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. हालांकि खबर लिखे जाने तक गोटबाया राजपक्षे ने अपना इस्तीफा नहीं भेजा था.

8. श्रीलंका में आज पीएम ऑफिस पर कब्जे के बाद रात में प्रदर्शनकारी संसद की ओर बढ़ गए. डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने संसद के बाहर लगी बैरिकेड्स की पहली पंक्ति को तोड़ दिया. इसके जवाब में फोर्स ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागें.

9. श्रीलंका के सरकारी न्यूज नेटवर्क Rupavahini Corporation के स्टूडियो को भी प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया. चैनल पर उन्हें अपनी बात रखने के लिए ऑन-एयर 15 मिनट दिए गए जिसके बाद प्रसारण को कुछ समय के लिए सस्पेंड कर दिया गया. चैनल ने बाद में अपना लाइव-टेलीकास्ट फिर से शुरू किया.

10. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका में स्थित भारतीय उच्चायोग ने आज उन मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया गया था कि भारत ने राष्ट्रपति राजपक्षे और उनके भाई तुलसी को भागने में मदद की थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT