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गैंगस्टर सुखदूल सिंह गिल की 20 सितंबर को कनाडा के विन्निपेग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसे सुक्खा दुन्नेके (Sukha Duneke Murder) के नाम से जाना जाता था. हत्या की पुष्टि 22 सितंबर को विन्निपेग पुलिस ने एक प्रेस रिलीज के जरिए की.
इससे पहले, पुलिस ने बताया था, "20 सितंबर को, लगभग 10:00 बजे, विन्निपेग पुलिस सर्विस उत्तरी इंकस्टर इंडस्ट्रियल एरिया में घटना की जगह पर पहुंची. नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट जनरल पेट्रोल ऑफिसर्स को हेजलटन ड्राइव के 200 ब्लॉक के एक घर में एक आदमी मरा मिला, जिसके शव को अस्पताल भेजा गया.
सुक्खा दुन्नेके की हत्या के बारे में 21 सितंबर से ही अफवाहें फैलनी शुरू हो गई थीं, लेकिन इस प्रेस रिलीज के आने तक उस समय कनाडा में अधिकारियों की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई थी.
21 सितंबर को मीडिया से बात करते हुए एसएसपी मोगा जे एलानचेझियन ने कहा कि पंजाब पुलिस को सुक्खा दुन्नेके की मौत के बारे में जानकारी मिली थी लेकिन वे इसकी पुष्टि करने में लगे थे.
एसएसपी एलानचेझियन के अनुसार, सुक्खा दुन्नेके पंजाब के मोगा जिले के दुन्नेके गांव का रहने वाला था और उसके खिलाफ जबरन वसूली, हत्या के प्रयास और हत्या सहित लगभग 15-16 मामले दर्ज थे.
बताया जाता है कि सुक्खा 2017 में विदेश भाग गया था. मोगा के दो पुलिसकर्मियों को बाद में फर्जी डॉक्यूमेंट्स के आधार पर दुन्नेके को पासपोर्ट और पुलिस क्लीयरेंस दिलाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
कनाडा जाने के बाद उसकी क्रिमिनल गतिविधियां और बढ़ गईं. इस कारण पंजाब के गैंगस्टरों की लिस्ट में टॉप में उसका नाम शुमार हो गया. माना जाता है कि मोगा, फरीदकोट और बठिंडा जिले में उसका प्रभाव था.
कहा जाता है कि कनाडा में सुक्खा गैंगस्टर अर्शदीप सिंह के संपर्क में आया, जिसे अर्श डाला के नाम से जाना जाता है. अर्श को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने "आतंकवादी" घोषित किया था.
मार्च 2022 में कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबियां की हत्या में सुक्खा का नाम आया था. एसएसपी एलनचेझियन के मुताबिक, सुक्खा बाद में अपनी मां और बहन को भी कनाडा ले गया.
21 सितंबर को, जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम से एक फेसबुक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें सुक्खा दुन्नेके की हत्या की जिम्मेदारी ली गई और इसे गुरलाल बराड़, विक्की मिद्दुखेरा और संदीप नांगल अंबियान की हत्याओं के बदले के रूप में पेश किया गया.
ये सभी हत्याएं बंबीहा गिरोह के कारण हुईं और ये लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह के साथ उनके गैंगवार का एक हिस्सा है. इसमें कथित तौर पर बिश्नोई-बराड़ गिरोह द्वारा गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या भी शामिल है.
हालांकि, अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि सुक्खा दुन्नेके की हत्या में बिश्नोई शामिल था या नहीं. अक्सर पंजाब के गैंगस्टरों के समर्थक अपने गैंग लीडर की 'छवि को बढ़ावा' देने के लिए सोशल मीडिया पर ऐसी हत्याओं की जिम्मेदारी लेते हैं.
अर्श डाला के नाम से एक फेसबुक पोस्ट में बल्ली की हत्या की जिम्मेदारी ली गई. उसने सफाई दी कि "बल्ली ने डाला को क्राइम की दुनिया से परिचित कराया" और "उसकी मां को परेशान कर रहा था". कुछ लोग सुक्खा दुन्नेके की हत्या को बल्ली की हत्या के प्रतिशोध के रूप में देख रहे हैं.
पंजाब पुलिस के सूत्रों का कहना है कि पंजाब के गैंगवार अब कनाडा तक फैल गया है, क्योंकि यहीं के बहुत सारे गैंगस्टर्स वहां रहते हैं. सूत्रों के अनुसार, दुनेके के पंजाब में रहते हुए खालिस्तान समर्थक तत्वों से संबंध होने की कोई जानकारी नहीं है.
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