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Turkey- Syria Earthquake: सीरिया के इदलिब में भूकंप आने के कई घंटों बाद एक बच्चे को जब कुछ लोगों ने बचाया तो वो हंसने लगा और बचाने वाले लोगों को प्यार से चपत लगाने लगा, उनके साथ खेलने लगा. खुद की जान जोखिम में डालकर ऐसे हजारों जानों को बचाने वाले ये लोग कोई नौकरीपेशा बचावकर्मी नहीं बल्कि इनमें से कोई बेकरी की दुकान चलाता है, कोई टेलर है, किसी की दवा की दुकान है तो कोई इंजीनियर है. ये 'व्हाइट हेल्मेट्स' नाम के एक नागरिक सहायता समूह से जुड़े हैं, जिसमें 3,000 स्वयंसेवक हैं.
चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ संगठनों के बारे में जिसके सदस्य तुर्की और सीरिया में जमीन पर काम कर रहे हैं और जिंदगियों को बचा रहे हैं.
संगठन की वेबसाइट के अनुसार, सीरिया सिविल डिफेंस, जिसे व्हाइट हेल्मेट्स के रूप में जाना जाता है, में लगभग 3,000 स्वयंसेवक शामिल हैं. ये "जीवन के सभी क्षेत्रों से आते हैं", जिसमें बेकर, दर्जी, फार्मासिस्ट, दमकलकर्मी और इंजीनियर शामिल हैं. संगठन के अनुसार ये अवैतनिक और बिना हथियार के ऐसे स्वयंसेवक हैं जो सीरिया के उन "सभी क्षेत्रों में" जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं, जहां वे "पहुंच सकते हैं."
पिछले 10 वर्षों में, सीरिया ने क्रूरता से लड़े गए गृहयुद्ध को झेला है, यहां से भागने वाले शरणार्थी आस-पास के देशों की सीमाओं पर जाने के लिए मजबूर हुए हैं और इस दौरान अनगिनत लोगों की जान गयी है. ऐसे माहौल में व्हाइट हेल्मेट्स के स्वयंसेवक कई मौको पर आम लोगों के लिए फरिश्ते बनकर आये हैं.
हालांकि सीरिया की सरकार ने इसका बहिष्कार कर रखा है. सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-अशद की सरकार और उसके सहयोगियों ने ग्रुप के सदस्यों पर अल-कायदा के जेहादी और पश्चिम की कठपुतली होने का आरोप लगाया है.
White Helmets को उनके काम के लिए 2016 में राइट लाइवलीहुड अवार्ड मिला था, जिसे अक्सर "वैकल्पिक नोबेल" कहा जाता है. साथ ही इस संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए कई नॉमिनेशन भी मिले हैं.
हालांकि, इस इसके कई स्वयंसेवकों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. संगठन की वेबसाइट के अनुसार, दूसरों को बचाने के दौरान इसके कम से कम 293 स्वयंसेवक मारे गए हैं.
इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (IFRC) में दुनिया के अलग-अलग देशों के रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट शामिल हैं. वर्तमान में सीरिया और तुर्की में इसके वालंटियर्स जमीन पर हैं जो आपदा से प्रभावित लोगों को बचा रहे हैं, आश्रय दे रहे हैं और तत्काल चिकित्सा देखभाल प्रदान कर रहे हैं.
इस संगठन की वेबसाइट के अनुसार "इंटरनेशनल रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट मूवमेंट 80 मिलियन लोगों का एक वैश्विक मानवीय नेटवर्क है जो आपदा, संघर्ष और स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओं का सामना करने वालों की मदद करता है. इसमें रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति, रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज का अंतर्राष्ट्रीय संघ और 192 राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटी शामिल हैं."
यूनिसेफ ने लंबे समय से बच्चों और मांओं के साथ अपने काम के लिए गैर-लाभकारी क्षेत्र में प्रतिष्ठा हासिल की है. सीरिया और तुर्की में आये भूकंप में भी यह बढ़-चढ़ कर काम कर रहा है. यह संगठन भूकंप आने के पहले से ही सीरियाई आबादी को मानवीय सहायता और बाल संरक्षण प्रदान करने में शामिल रहा है, और वर्तमान में यह सुनिश्चित कर रहा है कि भूकंप से प्रभावित लोगों को स्वच्छ पानी मिले.
इसके अलावा, यूनिसेफ सीरिया और तुर्की दोनों में बिछड़े हुए परिवारों को फिर से मिलाने के लिए काम कर रहा है, ट्रॉमा से पीड़ित बच्चों को मनोसामाजिक समर्थन प्रदान कर रहा है, अस्थायी शैक्षिक स्थानों की सुविधा प्रदान कर रहा है, और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान की मरम्मत कर रहा है.
बिना किसी संदेह के 'डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' दुनिया में सबसे प्रसिद्ध चिकित्सकीय-केंद्रित NGOS में से एक है, और वे भूकंप आने के तुरंत बाद से तुर्की और सीरिया में जमीन पर हैं. इस संगठन की वेबसाइट के अनुसार
उत्तर पश्चिमी सीरिया में इसके समर्थित अस्पतालों ने 3,465 से अधिक घायल रोगियों का इलाज किया है.
इदलिब और अलेप्पो में 30 अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इमरजेंसी किट, आघात किट, चिकित्सा आपूर्ति और कंबल दान किया है.
टीमें अलेप्पो और इदलिब प्रांतों में परिवारों को कंबल, स्वच्छता किट, खाद्य सामग्री और अन्य सामान बांट रही हैं.
तुर्की और सीरिया में मदद की गुहार लगा रहे लोगों के लिए 'खालसा एड इंटरनेशनल' उम्मीद की किरण बन गया. भीषण भूकंप के बाद इस एनजीओ ने मानवीय सहायता से लोगों की मदद और समर्थन के लिए हाथ बढ़ाया था. खालसा एड द्वारा ट्विटर पर शेयर किए गए एक वीडियो में, लोगों को लंगर के कतार में खड़े देखा जा सकता है जिन्हें इसके स्वयंसेवक गर्म भोजन परोसते दिखे.
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