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रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच जंग और वार्ता दोनों जारी है. हालांकि ये वार्ता अब तक किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है. इस बीच रूस द्वारा यूक्रेन पर हो रहे हमलों के दौरान यूक्रेन लगातार आरोप लगा रहा है कि रूस आम नागरिकों को भी निशाना बना रहा है.
लेकिन रूस के कई प्रवक्ता इस बात से इनकार कर रहे हैं. मीडिया के सामने कई महिला प्रवक्ता आकर ये बता रही हैं कि कैसे यूक्रेन पर आक्रमण सही है. रूस इस हमले को उचित ठहराने के लिए अब महिलाओं की भर्ती कर रहा है जो रूस की ओर से प्रवक्ता की भूमिका निभा रही हैं. महिलाओं की इन्ही भर्तियों को रेड लिपस्टिक आर्मी (Red Lipstick Army) का नाम दिया गया है.
रूस ने ग्लैमरस प्रवक्ताओं की एक पूरी बटालियन खड़ी कर दी है, जो यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में रूस द्वारा क्रूरता को किनारे पर करने के लिए हैं. पिछले हफ्ते एक मेटर्निटी अस्पताल में बमबारी के सिलसिले में पूछे जाने पर रूस के विदेश मंत्रालय में सूचना निदेशक मारिया जखारोवा ने इसे "इन्फोर्मेशन टेरिरिजम" के रूप में खारिज कर दिया.
यूके के एक अखबार में लिखा गया कि चमकीले लाल रंग की लिपस्टिक लगाने वाली मारियाने दावा किया कि हवाई हमले के बारे में यूक्रेन की रिपोर्ट फेक है. इससे पहले मारिया ने दावा किया था कि यूक्रेन जैविक हथियार विकसित कर रहा है. मारिया के इस वीडियो को यूट्यूब पर देखने वालों की संख्या लाखों में थी क्योंकि मारिया के वहां लाखों में फॉलोवर्स हैं.
बोरिस जॉनसन की पूर्व कम्यूनिकेशन एडवाइजर जो टैनर ने कहा कि वह इस तरह की भूमिकाओं में महिलाओं को भर्ती करने के तर्क को अच्छे से समझ सकती हैं.
उधर रूस के यूसीएल के एक प्रोफेसर मार्क गेलोटी ने यूके के अखबार डेली स्टार से कहा कि "पुतिन को पता है कि एक ग्रे सूट पहने सुस्त आदमी की जगह जखारोवा को पूरी दुनिया में कवरेज मिलेगा और वो सबका ध्यान भी आक्रर्षित करते सकती हैं.
कुल मिलाकर इन ग्लैमरस महिलाओं द्वारा रूस के संदेश को दुनिया तक पहुंचाया जा रहा है ताकि उसे एक अच्छा कवरेज मिल सके. वहीं ये कोई पहली दफा नहीं है दुनिया में कोई नेता अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए सुंदर महिलाओं का इस्तेमाल करते हैं.
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