advertisement
पूरा ही भारत दिवाली (Diwali 2022) की धूम में सराबोर है. क्या बच्चे और क्या बूढ़े, सब भगवान राम के अयोध्या वापसी के इस त्यौहार को रोशनी के उत्वस के रूप में हर बार की तरह मनाने को उत्सुक हैं. भारत में कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला दिवाली का त्यौहार अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई, अज्ञानता पर ज्ञान की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.
आइए इस फोटो स्टोरी में हम आपको तस्वीरों की मदद से ऐसे ही कुछ त्यौहारों से रूबरू कराते हैं.
चीन के Lantern Festival/ लालटेन फेस्टिवल को 'शांगयुआन फेस्टिवल' और Yuan Xiao फेस्टिवल भी कहा जाता है. इसे चीनी के लूनर कैलेंडर के अनुसार 15 जनवरी को मनाया जाता है. इसे वसंत महोत्सव का अंतिम दिन भी माना जाता है. इस दिन, मुख्य रूप से लाल रंग की सुंदर लालटेन, चारों ओर लटकी देखी जा सकती हैं. इन लालटेनों पर अमूमन एक पहेली लिखी होती है. जो भी उसका सही उत्तर देता है उसे गिफ्ट मिलता है.
थाईलैंड में सबसे बड़े त्यौहारों में से एक लोय क्रथोंग का त्योहार है, जब वहां के लोग नदी के चारों ओर इकट्ठा होकर सुंदर कमल के आकार में बने फूल-पत्ते के गुच्छे (क्रैथोंग) को पानी में छोड़ते हैं. वे अपने क्रैथोंग को मोमबत्ती, थ्री-जॉस स्टिक, कुछ फूलों और सिक्कों से सजाते हैं. ऐसा माना जाता है कि क्रथॉन्ग दुर्भाग्य और बुरी शक्तियों को दूर भगाता है. यह त्योहार नवंबर में पूर्णिमा की रोशनी में मनाया जाता है. पूर्णिमा की रात में झिलमिलाते पानी पर तैरते हजारों क्रैथोंग और उनकी टिमटिमाती मोमबत्तियों का दृश्य वास्तव में जादुई होता है.
अक्टूबर में मनाया जाने वाले इस त्यौहार में बर्लिन की इतिहासिक कलाकृतियां रंगीन रोशनियों में डूब जाती हैं. यह त्यौहार हमेशा अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता के लिए जाना जाता है. इसके साथ साथ इस त्यौहार से जुड़ीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों और शानदार लजील व्यंजनों की एक परंपरा है, जो इसे एक संपूर्ण उत्सव बनाता है. Festivals of Lights
जापान के लोग अपने त्यौहारों को रंगों की धूमधाम और रोशनी के साथ मनाना पसंद करते हैं. इसमें से ही एक त्योहार है-आओमोरी नेबुता मत्सुरी का. इस त्यौहार के मौके पर, आओमोरी शहर में सुंदर परेड आयोजित की जाती हैं, जहां विशाल झांकियां रंगों और रौशनियों में नहाईं होती हैं. बैकग्राउंड में पारंपरिक जापानी संगीत की गूंज. इस त्यौहार का माहौल और भव्यता देशभक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत है.
अगर आपने कोको मूवी देखी होगी तो मैक्सिको के इस त्यौहार को शायद ही कभी भूल पाए. माना जाता है कि यह एक ऐसा दिन है जब मर चुके रिश्तेदारों को दो दिनों के लिए अपने प्रियजनों के पास लौटने की अनुमति होती है. ऐसे में परिवार के जीवित लोग स्वादिष्ट भोजन और ड्रिंक्स के साथ अपने परिवार के सदस्यों की आत्माओं का स्वागत करते हैं. इस दिन कब्रिस्तानों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है. पूरा परिवार अपने परिवार के सदस्यों (निश्चित रूप से मृत लोगों!) से मिलने के लिए कब्रिस्तान में इकट्ठा होता है. डरावना लगा आपको? लेकिन यकीन मानिए यह खूबसूरत भी है.
हर साल नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत में, यह त्योहार नेपाल में काठमांडू के पास पशुपतिनाथ मंदिर में मनाया जाता है. भक्त पूरी रात तेल के दीपक जलाते हैं और सुबह-सुबह पशुपतिनाथ के आसपास के मंदिरों में सात प्रकार के अनाज बिखेरते हैं. त्यौहार का आखिरी भाग अजूबा है. माना जाता है कि बिश्वरूप मंदिर के पास मौजूद भगवान गणेश की मूर्ति बहरी है; लोग उसे हिलाते हैं और चिल्लाते हैं और उसे जगाने के लिए कान में चिल्लाते हैं.
स्कॉटलैंड में हर साल का अंतिम दिन होगमैनय के रूप में मनाया जाता है. पारंपरिक आतिशबाजी और मशाल जुलूस से लेकर लाइव बैंड के साथ स्ट्रीट पार्टियों तक, यह त्योहार लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है. ऐसा माना जाता है कि धधकती आग अगले वर्ष के लिए नई आत्माओं को आमंत्रित करते हुए पिछले वर्ष की आत्माओं को जला देती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)