advertisement
भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम (Indian men’s badminton team) ने इतिहास रच दिया है. थाईलैंड में खेले जा रहे Thomas Cup के फाइनल में 14 बार की चैंपियन इंडोनेशियाई टीम को धूल चटाते हुए भारतीय टीम ने अपना पहला Thomas Cup जीत लिया है. Thomas Cup के 73 साल के इतिहास में भारत को पहली बार गोल्ड मेडल मिला है.
यह फैक्ट अपने आप में बताता है कि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अंडरडॉग टीम थी यानी भारत की जीत से ज्यादा लोग हार पर बाजी लगाने को तैयार थे. चलिए हम आपको बताते हैं चैंपियन भारतीय टीम का इस टूर्नामेंट में पोडियम तक पहुंचने का सफर कैसा रहा.
भारत बनाम जर्मनी - 8 मई 2022: भारत ने जर्मनी को 5-0 से हराया
भारत बनाम कनाडा - 9 मई 2022: भारत ने कनाडा को 5-0 से हराया
भारत बनाम चीनी ताइपे - 11 मई 2022: अंतिम ग्रुप स्टेज मैच में भारत 2-3 से हार गया
भारत ने क्वार्टर फाइनल में जीतकर ही इतिहास रच दिया था जब एचएस प्रणय के नेतृत्व में टीम ने वर्ष 1979 के बाद पहली बार थॉमस कप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. टीम ने 43 साल के लंबे इंतजार को समाप्त किया और भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल पक्का किया. भारत ने 5 बार की चैंपियन मलेशिया को 3-2 से हराया.
भारत ने सेमीफाइनल में 2016 की चैंपियन टीम डेनमार्क को हराकर 73 साल में पहली बार फाइनल में जगह बनाई और कम से कम अपने लिए सिल्वर मेडल पक्का कर लिया.
रविवार, 15 मई को खेले गए फाइनल में लक्ष्य सेन (Lakshya Sen), किदांबी श्रीकांत (Kidambi Srikanth) और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी (Satwiksairaj) और चिराग शेट्टी (Chirag Shetty) की युगल जोड़ी ने इतिहास रच दिया और भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर अपना पहला थॉमस कप स्वर्ण पदक जीता. भारत की जीत इसलिए भी खास थी क्योंकि उसके सामने 14 बार की चैंपियन इंडोनेशियाई टीम थी.
याद रहे यह जीत उस स्थिति में आई जब ओलंपिक के बाद डबल टीम के पास एक कोच भी नहीं था, प्रणय रॉय भारतीय बैडमिंटन संघ (BIA) के साथ अपनी तकरार के कारण लगभग टीम से बाहर दिख रहे थे. बावजूद इन चुनौतियों के टीम एक साथ थाईलैंड आई और गोल्ड मैडल जीतकर जा रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)