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टोक्यो ओलंपिक्स 2020 (Tokyo Olympics 2020) समाप्त हो चुका है. लेकिन इस बार खेलों के महाकुंभ में कई मौके ऐसे आए जो यादगार बन गए. रेवेन सॉन्डर्स, टॉम डेले, सिमोन बाइल्स, हिडिलिन डियाज, कास्टर्न वारहोम गियानमार्को टम्बेरी और मुताज एशा बरशीम जैसे एथलीट्स ने सबका दिल जीत लिया. आइए टोक्यो ओलंपिक की 6 ऐसी घटनाओं पर नजर डालते हैं जिन्हें जल्द नहीं भुलाया जा सकता...
नार्वे के कास्टर्न वारहोम ने टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की 400 मीटर बाधा दौड़ में विश्व रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता है. गोल्ड मेडल जीतने के बाद वारहोम ने सुपरमैन की तरह अपनी जर्सी फाड़ दी. पदक जीतने के बाद उन्होंने ऐसा जश्न मनाया है जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा. जश्न मनाने का उनका तरीका बेहद अजीबो-गरीब था. उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं थीं.
फिलीपींस की एथलीट हिडिलिन डियाज ने टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की 55 किलोग्राम भारोत्तोलन स्पर्धा में 224 किलोग्राम वजन उठाकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता. डियाज ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा, वे ऐसा करने वाली फिलीपींस की पहली एथलीट बनी हैं.
टोक्यो ओलंपिक 2020 में पुरुषों की हाई जंप यानी ऊंची कूद स्पर्धा के फाइनल के में इटली के 29 वर्षीय गियानमार्को टम्बेरी और कतर के 30 वर्षीय मुताज एशा बरशीम ने 2.37 मीटर (लगभग 7 फीट 9 इंच) की छलांग लगाई. दोनों एथलीट्स को एक-दूसरे पर बढ़त बनाने के लिए 2.39 मीटर की छलांग पूरी करनी थी, लेकिन तीन प्रयासों के बाद भी कोई भी एथलीट निर्धारित ऊंचाई तक पहुंच नहीं सका. जब दोनों ही खिलाड़ी निर्धारित ऊंचाई पर नहीं पहुंचे तब उन्हें मैच अधिकारियों ने अपने पास बुलाया और कहा कि वे विजेता का निर्धारण होने तक अपनी-अपनी कूद जारी रख सकते हैं. लेकिन बरशीम उनकी बात को बीच में ही काटते हुए कहते हैं कि क्या यह संभव है कि हमारे पास दो गोल्ड आ सकते हैं? कुछ देर बार अधिकारियों ने कहा हां, यह संभव है. यह सुनते ही बरशीम तुरंत टम्बेरी के पास जाते हैं और हाथ मिलाकर स्वर्ण पदक साझा करने की बात को पुख्ता कर देते हैं. इसके बाद टम्बेरी भी मुताज को गले लगा लेते हैं, एक-दूसरे पर कूद पड़ते है, वे चीखते हैं और पूरे मैदान का चक्कर लगाते हैं. ऐ एक ऐतिहासिक पल था जब ओलंपिक हाई जंप में इन दो दोस्तों ने मैच टाई-ब्रेकर में ले जाने के बजाय स्वर्ण पदक साझा करने का विकल्प चुना.
ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम के नाम से मशहूर जिमनास्ट सिमोन बाइल्स ओलंपिक और विश्व कप में 30 बार चैंपियन रही हैं. ओलिंपिक इतिहास में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाली एथलीट बनने के लिए उन्हें सिर्फ चार मेडल की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने अपनी मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता दी. उन्होंने फाइनल इवेंट से अपना नाम वापस ले लिया.
ब्रिटेन के गोताखोर (डाइवर) टॉम डेले ने आखिरकार अपना चौथा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सपना साकार कर ही लिया. टॉम और मैटी ली की जोड़ी ने सिंक्रनाइज 10 मीटर प्लेटफॉर्म स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इस जीत के बाद पोडियम पर टॉम अपने आंसू नहीं रोक पाए थे.
पिता के बारे में टॉम ने कहा कि "उन्होंने कभी मुझे ओलिंपिक मेडल जीतते नहीं देखा. मैं जानता हूं कि जिस तरह मैं ओलिंपिक चैम्पियन बना हूं, उन्हें यह देखकर बेहद नाज होता."
टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में शॉट पुट इवेंट में सिल्वर मेडल जीतने वाली अमेरिकी खिलाड़ी रेवेन सॉन्डर्स. पदक लेने के लिए मेडल सेरमनी में पहुंचीं, यहां मेडल रिसीव किया और फिर पोडियम पर खड़े-खड़े उन्होंने अपने दोनों हाथ हवा में उठाए और कलाइयों को जोड़कर क्रॉस का निशान बनाया. यह एक तरह का विरोध प्रदर्शन था. बता दें कि रेवेन टोक्यो ओलंपिक्स में पोडियम प्रोटेस्ट करने वाली पहली खिलाड़ी हैं.
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