Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sports Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Arshdeep Singh से अन्याय क्यों? जीता तो हिंदुस्तानी, हारा तो खालिस्तानी!

Arshdeep Singh से अन्याय क्यों? जीता तो हिंदुस्तानी, हारा तो खालिस्तानी!

IND vs PAK Asia Cup: हार के बाद सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए अर्शदीप सिंह के बचाव में उतरे हरभजन और पठान| Video

धनंजय कुमार
स्पोर्ट्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>Arshdeep Singh से अन्याय क्यों? जीता तो हिंदुस्तानी, हारा तो खालिस्तानी</p></div>
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Arshdeep Singh से अन्याय क्यों? जीता तो हिंदुस्तानी, हारा तो खालिस्तानी

फोटो- क्विंट हिंदी

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थोड़ी सी कल्पना कीजिए कोई जहाज आकाश में उड़ रहा है, अचानक इंजन काम करना बंद कर दे, तो वो जहाज किस गति से नीचे गिरेगा. भारत-पाकिस्तान मैच (India-Pakistan Match) में अर्शदीप (Arshdeep Singh) से एक कैच छूटा तो ट्विटर यूजर्स के दिमाग ने काम करना बंद कर दिया और उनके भीतर की इंसानियत उसी जहाज की तेजी से गिरने लगी.

भद्दी गालियां, देशद्रोही, गद्दार, खालिस्तानी, पाकिस्तानी एजेंट...अर्शदीप के नाम के आगे जिसको जो सूझा सब जोड़ दिया.

हरभजन सिंह ने अगर 2011 के विश्व कप में पाकिस्तान को हराने में मदद की तो वो भारतीय हैं.लेकिन 2022 एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ एक कैच छोड़ने पर अर्शदीप सिंह एक "खालिस्तानी" बना दिए गए हैं.

इरफान पठान भी एक भारतीय हैं जब वो पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप फाइनल जीतने में भारत की मदद करते हैं, लेकिन मोहम्मद शमी "पाकिस्तानी" बना दिए गए. जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2021 टी 20 विश्व कप में कुछ ज्यादा रन दे दिए थे.

किसी ने जाकर विकिपीडिया पर अर्शदीप का पेज एडिट करके उन्हें खालिस्तान से जोड़ दिया. कुछ रिपोर्ट्स ये दावा कर रही हैं कि ये काम पाकिस्तान में बैठे किसी शख्स ने किया था. खबर लिखते समय हमारे भी होश उड़ चुके थे. लोगों की मर्यादा इतनी नीचे गिर चुकी थी कि हमें अपनी खबर में ऐसे लोगों का जिक्र करने में भी शर्म आने लगी. लेकिन चलिए आपको बताते हैं कि एग्जेक्टली हुआ क्या था.

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मैच में हुआ क्या था?

अर्शदीप ने आसिफ अली का कैच 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर छोड़ा. यहां से पाकिस्तान को जीत के लिए 31 रन चाहिए थे. कैच छूटने के बाद आसिफ अली ने अगले ओवर में एक छक्का और एक चौका लगा कर पूरी तरह से मैच पाकिस्तान की झोली में डाल दिया. आसिफ ने 8 गेंदों में 16 रनों की पारी खेली. यहां ट्रोल करने वाले महाज्ञानी भविष्यवेताओं ने कौन सी दिव्य दृष्टि से देख लिया था कि अगर ये कैच पकड़ लिया जाता तो भारत मैच जीत ही जाता, क्या आसिफ अली उनके आखिरी खिलाड़ी थे? बिल्कुल नहीं!

एक शख्य ने ट्वीट किया कि "अर्शदीप की जगह आवेश होता तो क्या होता सोचो"...तो हम बताते हैं क्या होता, जो थोड़े बहुत धार्मिक मेंढ़क अभी भी इसमें शामिल नहीं हुए थे उनके लिए भी एक खुशनुमा बरसाती मौसम बन जाता. यहां धर्म किसी खिलाड़ी के प्रदर्शन को सराहने और गरियाने का आधार बन चुका है.

आखिर अर्शदीप की गलती क्या थी, यही न कि उनसे एक कैच छूट गया. लेकिन क्या कैच छूटना क्रिकेट में कोई नई बात है! क्या कभी जॉन्टी रोड्स से लेकर रविंद्र जडेजा तक किस खिलाड़ी ने कैच नहीं छोड़ा! ये सब तब है जब अर्शदीप ने मैच में शानदार गेंदबादी की. उन्होंने 23 गेंदों में सिर्फ 27 रन दिए और एक विकेट हासिल किया. वो मैच में दूसरे सबसे किफायती गेंदबाज साबित हुए.

भारत के कप्तान विराट कोहली ने अर्शदीप को लेकर कहा कि "दबाव में गलतियां हो जाती हैं, यह बड़ा मैच था और हालात कठिन थे. मुझे याद है कि चैम्पियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ मैंने शाहिद अफरीदी की गेंद पर खराब शॉट खेला, मैं अगले दिन सुबह पांच बजे तक छत की तरफ देखता रहा और सो ही नहीं सका"

हरभजन सिंह खुलकर अर्शदीप के समर्थन में आ गए. "युवा अर्शदीप की आलोचना करना बंद करें, कोई जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता..हमें अपने लड़कों पर गर्व है..पाकिस्तान ने बेहतर खेला...ऐसे लोगों पर शर्म आती है जो इस प्लेटफॉर्म पर सस्ती बातें कहकर हमारे ही लोगों को नीचा दिखाते हैं, अर्श और टीम को हराते हैं..अर्श गोल्ड हैं"

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