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जब जब हवा में झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami Retirement) की गेंद लहराई, तब तब मैदान में भारत का तिरंगा लहराया. जब सवाल किया गया कि क्रिकेट में लड़कियां क्या करेंगी? तो झूलन ने कर दिखाया. पिछले 20 सालो से ज्यादा समय से टीम इंडिया की रीढ़ झूलन गोस्वामी ने आज क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
उन्होंने अपने करियर में कई रिकॉर्ड बनाए, भारत को 2 बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाया, वो खुद वनडे की सबसे सफल गेंदबाज बनीं, अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री हासिल किया. झूलन अपने आप में एक रिकॉर्ड हैं! उन्हें पछाड़ने के लिए शायद भारत को किसी और की नहीं बल्कि एक और झूलन की ही जरूरत पड़ेगी.
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