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वर्ल्ड कप- 2019 के फाइनल में हार के बाद न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर जिमी नीशम बेहद दुखी नजर आए. लॉर्डस के ऐतिहासिक मैदान पर दिल की धड़कनें बढ़ा देने वाला मुकाबला सुपर ओवर तक गया और मेजबान इंग्लैंड ने ज्यादा बाउंड्री मारने के आधार पर मैच जीत लिया. नीशम सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने आए थे लेकिन अपनी टीम को जीत तक नहीं ले जा पाए.
नीशम ने मैच के बाद ट्वीट किया, "यह दुखद है. उम्मीद है कि अगले दशक में एक या दो दिन ऐसे होंगे जब मैं मैच के आखिरी आधे घंटे के बारे में न सोचूं. इंग्लैंड को शुभकामनाएं, वे जीत के हकदार थे."
नीशम ने लिखा, "आज जो समर्थक आए उनको धन्यवाद. हम दिन भर आपकी आवाजें सुन रहे थे. माफ कीजिएगा, हम आपकी इच्छा पूरी नहीं कर पाए."
नीशम की निराशा का आलम ये था कि उन्होंने बच्चों को खेल न चुनने की सलाह देते हुए कहा, "बच्चों खेल मत चुनना. बेकरी खोल लो या कुछ और चुनो और 60 की उम्र में हंसी-खुशी दुनिया से विदा हो जाओ."
इंग्लैंड ने सुपर ओवर में पहले बैटिंग करते हुए 15 रन बनाए. न्यूजीलैंड के सामने लक्ष्य 16 रन का था, लेकिन जिमी नीशम की कोशिशों के बावजूद कीवी टीम भी 15 रन बना सकी. जब यहां भी मैच टाई हुआ, तो मैच का फैसला कैसे हुआ? उसके लिए नियमों को समझना जरूरी है.
ये है वो आखिरी गेंद जिस पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज गुप्टिल रनआउट हो गए और वर्ल्ड कप ट्रॉफी न्यूजीलैंड के हाथ से चली गई-
हालांकि आईसीसी के नियमों पर पूरी दुनिया के खिलाड़ियों और फैन्स ने सवाल खड़े किए हैं लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट का विश्व विजेता बन चुका है और नए विजेता के लिए अगले चार साल का इंतजार करना होगा.
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