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अंडरडॉग टीम का तमगा, विषम परिस्थितियां, दाने-दाने को मोहताज देश, ट्विटर पर मदद की गुहार लगाते खिलाड़ी...श्रीलंक की टीम इन सब सुर्खियों को पीछे छोड़ आई है. खेल किसी देश को देखने के नजरिए में कितनी जल्दी बदलाव ला सकता है इसका सबसे बेहतर उदाहरण श्रीलंका (Sri Lanka Cricket) है,
लेकिन जिस तरह बुरे दौर में श्रीलंका ने भारत पर भरोसा दिखाया और भारत ने भी दिल खोलकर मदद की वैसे ही खेल के साजो-सामान के लिए भी श्रीलंका भारत पर ही भरोसा करता है. एशिया कप जीतने के बाद श्रीलंकाई टीम की नजर अब T20 वर्ल्ड कप पर है और इसी के लिए श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका (Dasun Shanaka) खुद मेरठ (Meerut) आए.
श्रीलंका की टीम के कप्तान दासुन शनाका और एशिया कप के फाइनल में अर्धशतक लगाकर अपनी टीम को चैंपियन बनाने वाले भानुका राजपक्षे मंगलवार, 20 सितंबर को खुद मेरठ आए. दोनों खिलाड़ियों ने आगामी T20 वर्ल्ड कप के लिए मेरठ की सरीन स्पोर्ट्स कंपनी से बल्ले बनवाए. दोनों खिलाड़ी सुबह 8.30 बजे ही मेरठ पहुंच गए थे, लेकिन खास बात ये है कि उन्होंने अपने सामने ही बैट तैयार करवाए.
दासुन शनाका और भानुका राजपक्षे दोनों ने 4-4 बैट बनवाए और कहा कि मेरठ में बनने वाले बैट्स की क्वालिटी पर हम भरोसा कर सकते हैं. बैट बनवाने के बाद दोनों खिलाड़ी शाम करीब 6.30 बजे वापस श्रीलंका की फ्लाइट में बैठ गए. सरीन स्पोर्ट्स (SS) के एमडी जतिन सरीन ने क्विंट से बातचीत में बताया कि
मेरठ दुनिया भर में स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स के हब के रूप में मशहूर है. ये शहर नीरज चोपड़ा के जैवलिन से लेकर क्रिकेट सितारों के बल्ले और दस्तानों तक के लिए अपनी एक छवि बना चुका है. इसके महत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब विदेशी खिलाड़ी भी अपनी खेल सामग्री के लिए मेरठ आने लगे हैं.
सूर्यकुमार यादव और दीपक हुड्डा जैसे बल्लेबाज मेरठ से ही अपने बैट बनवाते हैं. सरीन ने भी क्विंट से कहा कि मेरठ खेल के सामानों में अपनी गुणवत्ता बनाए हुए है और इसकी पहचान अब केवल भारत तक सीमित नहीं है.
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