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बुधवार, 27 अक्टूबर को आगरा (Agra) के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले तीन छात्रों को गिरफ्तार किया गया. उनके ऊपर टी-20 विश्वकप (T20 WorldCup) में पाकिस्तान की जीत के समर्थन में कथित तौर पर मैसेज शेयर करने का आरोप है.
तीनों छात्र जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के हैं और प्रधानमंत्री विशेष छात्रवृत्ति योजना (PMSSS) के तहत राजा बलवंत सिंह इंजीनियरिंग टेक्निकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं.
कॉलेज प्रशासन ने घोषणा की है कि जब तक कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को जबरन कॉलेज में प्रवेश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक कॉलेज बंद रहेगा.
तीनों छात्रों को आईपीसी की धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505(1)(बी) (जनता के लिए या किसी भी वर्ग के लिए डर का कारण बनने की संभावना है) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
रविवार के मैच के बाद कथित तौर पर देश के खिलाफ व्हाट्सएप मैसेज भेजने के खिलाफ हिन्दू संगठनों द्वारा कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन और गिरफ्तारी की मांग की गयी. उसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के 66-एफ के मंगलवार को जगदीशपुरा थाने में मामला दर्ज किया गया.
कॉलेज प्रशासन के द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कॉलेज पहले के जैसे खुला था, लेकिन कई बाहरी तत्व कॉलेज परिसर में अवैध रूप से घुस आए और पढ़ाई को बाधित कर दिए.
जब वे छात्रावासों में नहीं प्रवेश कर सके, तो उन्होंने परिसर में नारेबाजी की और कॉलेज के बाहर सड़क को भी जाम कर दिया.
PMSSS योजना के तहत चुनिंदा संस्थानों की सूची में इंजीनियरिंग, चिकित्सा, नर्सिंग, फार्मेसी, होटल प्रबंधन, कृषि, वास्तुकला और वाणिज्य जैसे क्षेत्रों में स्नातक अध्ययन करने के लिए जम्मू-कश्मीर के छात्रों को हर साल 5,000 स्कॉलरशिप दी जाती है. ट्यूशन फीस के अलावा छात्रों को रहने के खर्च के लिए 1 लाख रुपये स्कॉलरशिप भी दी जाती है.
कोरोना महामारी के दौरान, जब कॉलेज बंद थे तो इस राशि को घटाकर 40,000 रुपये कर दिया गया था. स्कॉलरशिप एप्लीकेशन्स की सबसे बड़ी संख्या आमतौर पर कश्मीर से प्राप्त होती है, इसके बाद जम्मू और लद्दाख का नंबर आता है.
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