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ऑस्ट्रेलिया (Australia) में T20 वर्ल्ड कप 2022 (T20 World Cup) का आगाज हो गया है. 16 टीमें के बीच इस टूर्नामेंट में कुल 45 मैच खेले जाएंगे और 13 नवंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में इसका फाइनल खेला जाएगा. सुपर 12 के मुकाबले 22 अक्टूबर से शुरू होंगे. भारत का पहला मैच 23 अक्टूबर को पाकिस्तान के साथ खेला जाएगा.
2007 T20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद से भारत दोबारा इस प्रतियोगिता को नहीं जीत पाया है, ऐसे में इस बार रोहित शर्मा की नजर टीम को चैंपियन बनाने पर होगी. आइए, भारत के सभी खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं.
रोहित शर्मा ने जब से भारत के कप्तान के रूप में पदभार संभाला है, तब से भारत कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हारी है. हालांकि एशिया कप फाइनल में पहुंचने में कामयाब नहीं रही थी. बल्ले के साथ, रोहित शानदार फॉर्म में हैं. हाल के कुछ मैचों में उन्होने शानदार पारियां खेली हैं.
एशिया कप 2022 में राहुल अच्छे फॉर्म में नहीं दिख रहे थे, लेकिन अफगानिस्तान के खिलाफ 62 रन बनाने के बाद राहुल ने अपना फॉर्म वापस पा लिया. ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण के खिलाफ पांच मैचों में उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए हैं, जिससे उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
सूर्यकुमार यादव टीम के लिए एक्स फेक्टर हो सकते हैं. अभी वे दुनिया के दूसरे सर्वश्रेष्ठ टी20 बल्लेबाज हैं और पहले नंबर पर मौजूद रिजवान से ज्यादा पीछे नहीं हैं. सूर्यकुमार यादव भारतीय टीम में सबसे तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाजों में से एक हैं. उन्होंने इस साल T20 में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. मिडल ऑर्डर में भारत की पारी सूर्यकुमार पर बहुत निर्भर करेगी.
इस साल सफेद गेंद क्रिकेट के लिए भारत की प्लानिंग में हुड्डा को अच्छा स्थान मिला है. फरवरी में, उन्होंने मध्य क्रम के बल्लेबाज के रूप में अपना एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू किया और मार्च में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टी20 खेला. उन्हें T20 वर्ल्ड कप के स्कॉड में शामिल किया गया है वे गेंद और बल्ले दोनों से बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए अच्छे प्रदर्शन के बाद जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 टीम में कार्तिक की वापसी हुई. वे भारत के फिनिशर के तौर पर देखे जा रहे हैं. राजकोट में 27 गेंदों में 55 रन और त्रिनिदाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 19 गेंदों में 41 रन की नाबाद पारी खेलने के बाद उनका आत्मविश्वास भी ऊंचा है. हाल ही में उन्होंने इंदौर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 21 गेंदों में 46 रन बनाए.
जून में टी20 टीम में वापसी के बाद से, पांड्या भारत की हालिया सफलता में सबसे अहम खिलाड़ी रहे हैं. इंग्लैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताने में पांड्या का अहम योगदान था. उनपर अंत के ओवरों में तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी होगी.
2021 में टी20 विश्व कप में वापसी के बाद से टी20 क्रिकेट में अश्विन भारत के सबसे प्रभावी गेंदबाजों में से एक रहे हैं. वे अपनी कैरम बॉल और आर्म बॉल का अच्छे से उपयोग कर सकते हैं. वे बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट करने में माहिर हैं. अनुभव के लिहाज से भी अश्विन भारत के लिए अहम खिलाड़ी होंगे.
चहल का हाल का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उन्होंने केवल दो विकेट लिए. चहल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला में नहीं खेले, लेकिन वे भारत के विकेट टेकिंग बॉलर हैं, जिनसे बीच के ओवरों में विकेट की काफी उम्मीद रहेगी.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 6.3 की इकॉनमी रेट से अक्षर ने आठ विकेट लिए और ऑस्ट्रेलियाई टीम पर भारत की 2-1 की जीत में प्लेयर ऑफ द सीरीज बने. इससे पता चलता है कि अक्षर अच्छे फॉर्म में हैं, लेकिन अश्विन और उनमें से किसी एक को ही प्लेइंग 11 में जगह मिल सकती है.
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार टी20 विश्व कप में जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में अहम भूमिका में होंगे. पावरप्ले में यदि वे विकेट निकाल पाते हैं तो भारत की राह आसान हो जाएगी. वह इस साल टी20 में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे हैं, लेकिन डेथ ओवरों में उनका फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है. अंत के ओवरों में भुवनेश्वर खूब रन लुटा रहे हैं.
हर्षल पटेल पसली की चोट के कारण वेस्ट इंडीज के खिलाफ और एशिया कप में खेलने से चूक गए, लेकिन इसके बाज भी वे अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं. उनसे आईपीएल जैसे प्रदर्शन की उम्मीद होगी क्योंकि तेज गेंदबाजी में वे भारत के अहम खिलाड़ी हैं.
बाएं हाथ के सीमर गेंदबाज अर्शदीप दोनों तरह से स्विंग कर सकते हैं. भारत की डेथ ओवरों में जो समस्या दिख रही है, अर्शदीप उसका एकमात्र इलाज नजर आ रहे हैं. अर्शदीप इसी साल टी20 में भारतीय टीम के साथ जुड़े हैं, लेकिन उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है.
शमी को कोविड-19 के लिए के चलते ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की हालिया टी20 सीरीज में खेलने का मौका नहीं मिला. शमी ने जुलाई के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और पिछले साल UAE में हुए टी20 विश्व कप के बाद से टी20 अंतरराष्ट्रीय में नहीं खेला है. शमी की फिटनेस पर भी शायद 100 फीसदी भरोसा नहीं किया जा सकता. वे अंत में टीम के साथ जुड़े हैं, लेकिन बुमराह के न होने से वे तेज गेंदबाजी में भारत की उम्मीद हैं.
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