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न्यूजीलैंड के खिलाफ मंगलवार 9 जुलाई को होने वाले वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए टीम इंडिया तैयार है. मैनचेस्टर में सोमवार 8 जुलाई को मैच से पहले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जो भी टीम ज्यादा बहादुरी से खेलेगी और ज्यादा बेहतर खेलेगी वो ही जीतेगी.
कोहली ने साथ ही उम्मीद जताई कि टीम आखिर तक जाए और रोहित शर्मा इन दोनों मैचों में भी शतक लगाएं.
कोहली ने कहा कि सही मौकों पर सही फैसला लेना जरूरी है और दोंनों टीमों में अच्छी क्वालिटी है, इसलिए जो टीम प्रेशर सही से झेलेगी वो ही आगे बढ़ेगी.
वर्ल्ड कप में अभी तक कोहली एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं. हालांकि लगातार 5 अर्धशतक कोहली ने लगाए थे, फिर भी उन्हें शतक में तब्दील नहीं कर पाए थे.
हालांकि विराट कोहली ने कहा कि वो इसके बारे में नहीं सोचते और टीम की जरूरत के मुताबिक रोल निभा रहे हैं.
वहीं वर्ल्ड कप में 5 शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने रोहित शर्मा पर विराट ने कहा कि वो चाहते हैं रोहित 2 और शतक लगाए.
कोहली ने साथ ही कहा कि वो टीम के बाकी खिलाड़ियों को खुलकर खेलने का मौका देने का प्रयास करते हैं.
भारतीय टीम में मिडिल ऑर्डर की परेशानी बरकरार है. हालांकि कोहली ने एक बार फिर टीम के सभी खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा जताया. साथ ही कोहली ने कहा कि जरूरत पड़ने पर किसी और को भी नंबर 3 पर उतारा जा सकता है.
भारत और न्यूजीलैंड के लिए सबसे ज्यादा विकेट बुमराह और फर्ग्युसन ने लिए हैं. दोनों अभी तक 17-17 विकेट ले चुके हैं, जबकि 26 विकेट के साथ ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क टॉप पर हैं. टीम की गेंदबाजी पर विराट ने कहा-
भारत लगातार तीसरी बार वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचा है. इससे पहले 2011 में भारत ने मोहाली में हुए सेमीफाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया था, जबकि 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. कोहली और धोनी ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इन दोनों सेमीफाइनलों में खेले थे.
दोनों सेमीफाइनलों के अनुभवों पर कोहली ने कहा,
कोहली ने बताया कि टीम का पहला लक्ष्य सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करना था और अब टीम को इससे आगे और भी ज्यादा ऊर्जा मिलेगी- “इस बार फॉर्मेट काफी अलग है और सभी खिलाड़ियों ने काफी मेहनत की है. पहला लक्ष्य था कि हम सेमीफाइनल में क्वालीफाई कर लें. वो हमने हासिल किया और उससे आपको अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है. ये सब बेहद जरूरी है ताकि आप अगले स्तर पर और ज्यादा मेहनत कर सको.”
2008 में अंडर-19 टीम के कप्तान रहे विराट कोहली ने उस वक्त की न्यूजीलैंड टीम को सेमीफाइनल में हराया था. उस वक्त कीवी टीम के कप्तान भी केन विलियमसन ही थे. कोहली ने बताया कि केन हमेशा से शानदार खिलाड़ी थे और सेमीफाइनल में उन्हें जल्दी आउट करना जरूरी होगा.
भारतीय टीम ने लीग स्टेज में 9 में से 7 मैच जीतकर प्वाइंट्स टेबल में पहला स्थान हासिल किया था, जबकि टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत करने वाली न्यूजीलैंड की टीम अपने आखिरी तीन मैच हार गई थी और चौथे नंबर पर रही.
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