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सेमीकंडक्टर की भारी कमी के कारण दुनिया भर के वाहन निर्माता उत्पादन में कटौती कर रहे हैं. चिप की कम आपूर्ति के कारणों से आने वाले महीनों में भारतीय कार निर्माताओं पर इसके संभावित प्रभाव को देखता है.
ऑटो उद्योग मे सप्लाई चेन का रूप इंटरनेशनल है, जहां एक देश में स्पेयर पार्ट्स का निर्माण किया जाता है और वाहनों को दूसरे देश में असेम्बल किया जाता है. इसलिए, ऑटो मेकर अपे उत्पादन प्लान के मुताबिक एडवांस में ऑर्डर देते हैं. कोरोना के कारण ऑटो सेक्टर की बिक्री घटी तो उन्होंने चिप का ऑर्डर कम कर दिया. लेकिन महामारी का कार की बिक्री पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा क्योंकि लोगों ने सार्वजनिक परिवहन और राइड-शेयरिंग सेवाओं को छोड़ दिया. और जब मांग बढ़ी, तो चिप निर्माता ऑर्डर पूरा करने में विफल रहे.
कार और वाहन अब ज्यादा से ज्यादा सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स पर निर्भर होते जा रहे हैं. म्यूजिक सिस्टम से लेकर इंजन तक, सेमी-कंडक्टर एक आधुनिक वाहन के अधिकांश हिस्सों को संचालित करने में मदद करते हैं. वाहन निर्माता अब कनेक्टेड सॉफ़्टवेयर और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाले वाहन ज्यादा बना रहे हैं. लिहाजा अब चिप वाहनों के लिए अहम जरूरी पार्ट्स है. वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख करने से वाहन निर्माता चिप-सेट पर अधिक निर्भर हो रहे हैं. भारत में कार निर्माता अभी तक अमेरिका, यूरोप, जापान या अन्य विकसित बाजारों की तरह प्रभावित नहीं हुए हैं क्योंकि यहां एंट्री लेवल वाहनों में बहुत अधिक इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स नहीं होते हैं. लेकिन BS-VI मानदंडों में बदलाव के साथ, यह ट्रेंड बदल रहा है.
Suzuki Motor Corp. ने कहा है कि उसके गुजरात कारखाने में एक ही शिफ्ट में काम होगा. चिप की कमी के कारण अगस्त में तीन दिन उत्पादन बंद रहेगा. Hyundai Motor India Ltd, Mahindra and Mahindra Ltd व अन्य बड़ी उत्पादक कंपनियों को उत्पादन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. अप्रैल में Daimler ने कुछ कर्मचारियों के लिए काम के घंटों में कटौती की और कुछ संयंत्रों में अस्थायी रूप से उत्पादन बंद कर दिया. बीएमडब्ल्यू ने अपने प्लांट्स में उत्पादन घटाया.
ओणम से दीवाली के दौरान खुदरा बिक्री में तेजी आने की उम्मीद में यात्री वाहन निर्माता ऑर्डर बढ़ाने के लिए कमर कस रहे हैं. इस साल त्योहारी सीजन के दौरान वाहनों की अच्छी खुदरा बिक्री पहली तिमाही में बिक्री में हुए नुकसान की भरपाई कर सकती है. लेकिन चिप की कमी से सेल प्रभावित हो सकती है.
इंडस्ट्री में कुछ मुट्ठी भर निर्माताओं का दबदबा है जैसे कि Intel inc., Nvidia Corp.,अमेरिका का Qualcomm Technologies Inc., दक्षिण कोरिया के Samsung, साउथ कोरिया का SK Hynix और ताइवान का Semiconductor Manufacturing Co. of Taiwan. इनमें से अधिकांश कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रही हैं.
भारत में भी सेमीकंडक्टर के उत्पादन की उठा-पटक चल रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के बहुत अच्छे अवसर हैं और सरकार कई बड़ी कंपनियों से यहां सेमीकंडक्टर उत्पादन यूनिट लगाने के लिए बातचीत भी कर रही है लेकिन अभी यहां सेमीकंडक्टर से जुड़ी अधिकतर गतिविधियां रिसर्च और डेवलपमेंट तक ही सीमित हैं.
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