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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
क्विंट की चुनावी चौपाल पहुंची हरियाणा के रोहतक लोकसभा क्षेत्र के बिशान गांव. इस गांव ने सेना को न सिर्फ जवान दिए हैं, बल्कि आर्मी चीफ भी दिया है. 2016, सर्जिकल स्ट्राइक के समय आर्मी चीफ रहे दलबीर सिंह सुहाग इसी गांव से हैं. करीब 3 हजार की आबादी वाले इस गांव में लगभग हर घर से कोई ना कोई सदस्य भारतीय सेना में काम कर चुका है या कर रहा है.
लोकसभा चुनाव में पुलवामा शहीदों के नाम पर राजनीति को लेकर सरकार और विपक्ष के वार-पलटवार के बीच हमने रिटायर्ड फौजियों और गांववालों से चुनाव पर इसके असर को लेकर उनकी राय जानने की कोशिश की.
32 साल सेना में अपनी सेवा देकर रिटायर हुए कैप्टन दल सिंह पीएम मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहते हैं,
गांववाले सरकार से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. उनका कहना है कि मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए सेना के नाम का हर पार्टी भरपूर इस्तेमाल कर रही है.
बलवान सिंह के पिता सेना में थे, बलवान खुद सेना में रहें और अब उनका बेटा भी अपनी सेना में सर्विस दे रहे हैं.
गांववालों का साफ कहना है कि सेना के नाम पर राजनीति से उनके पूरे गांव में सरकार के खिलाफ नाराजगी है.
लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण यानी 12 मई को हरियाणा की 10 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
बात करें रोहतक सीट की तो हुड्डा परिवार का गढ़ माने जाने वाली रोहतक लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र हुड्डा हैं. यहां उनकी टक्कर बीजेपी के मौजूदा सांसद अरविंद शर्मा से है. जेजेपी उम्मीदवार प्रदीप देशवाल भी मैदान में हैं.
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