advertisement
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
ये कहानी है मायानगरी मुंबई की. जहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम एक क्रूज शिप पर चल रही पार्टी में रेड करती है. फिर रात का सीन, एनसीबी की रेड, ड्रग्स-चरस की इंफोर्मेशन. अमीर बाप का बेटा, उसके कुछ दोस्त, पीछा करता कैमरा. फिर मीडिया की हेडलाइन. और इसी बीच सामने आती है एक तस्वीर और शुरू होते हैं कई सवाल.
दरअसल, मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) और कई लोगों का नाम आया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी ने दावा किया है कि इसमें बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. लेकिन अब NCB ही सवालों के घेरे में है.
एनसीबी की रेड सवालों के रडार पर है इसलिए हम पूछ रहे हैं जनाब ऐसे कैसे.
दो अक्टूबर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने दावा किया कि मुंबई के समंदर में आलीशान लग्जरी क्रूज पार्टी से ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत आठ हाई प्रोफाइल लोग गिरफ्तार हुए. विक्रांत चोकर, इश्मित सिंह चड्ढा, अरबाज ए मर्चेंट, गोमित चोपरा, मुनमुन धमेचा, नूपुर सारिका, मोहक जसवाल, श्रेयस नायर. एनसीबी का दावा है कि पुख्ता सुराग हाथ लगे हैं. जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और फिर कोर्ट ने आर्यन खान समेत बाकी लोगों को एनसीबी की कस्टडी में भेज दिया.
ये तो कहानी की शुरुआत हुई. लेकिन अभी सस्पेंस बरकरार था. ड्रग्स रिलेटेड केस में रेड के ठीक बाद आर्यन खान की एक शक्स के साथ सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर होने लगी. लोगों को लगा कि NCB के ऑफिस में बैठे आर्यन खान के साथ में कोई NCB का ऑफिसर होगा. लेकिन पहले तो NCB ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा कि ये आदमी NCB का अधिकारी नहीं है. चलिए ठीक है. लेकिन सवाल है कि फिर वो आदमी आर्यन खान के पास कैसे पहुंचा और उसे सेल्फी लेने क्यों दिया गया.
फिल्मी स्टाइल में रेड के बाद के वीडियो में शाहरुख खान के बेटे को लेकर एनसीबी ऑफिस की तरफ भागने वाला आदमी वही किरण गोसावी है जो सेल्फी में था.
आर्यन खान के साथ एनसीबी ने उसके दोस्त अरबाज मर्चेंट को भी पकड़ा था. इसी दौरान का एक वीडियो सामने आया था. जिस वीडियो में लाल शर्ट और चश्मा लगाए एक शख्स अरबाज मर्चेंट को पकड़े हुआ है और वो अरबाज को एनसीबी दफ्तर की तरफ लेकर भाग रहा है. ये जनाब हैं. मनीष भानुशाली, खुद को बीजेपी का वर्कर बताते हैं.
बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस से लेकर नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर शेयर करते हैं. भानुशाली को भी एनसीबी ने गवाह बताया है लेकिन तस्वीर देखकर कोई भी कह सकता है कि कि स्क्रिप्ट और शॉट मिसमैच है.मनीष भानुशाली और केपी गोसावा की भी गले लगे हुए ब्रो वाली पिक्चर है.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान पर एनसीबी के एक्शन को फेक पब्लिसिटी केस करार दिया था. उन्होंने कई सवाल उठाए हैं.
भले ही एनसीबी सफाई दें कि बीजेपी वर्कर मनीष भानुशाली और केपी गोसावी गवाह थे. लेकिन सवाल है कि कौन सा गवाह पुलिस की टीम की तरह आरोपियों को पकड़ती है. कौन सा गवाह आरोपी के साथ सेल्फी लेता है.
अरबाज मर्चेंट के वकील ने अदालत में एक याचिका दायर की है. इसमें क्रूज शिप पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग की गई है. फुटेज के आधार पर पूछा गया है कि क्या वाकई एनसीबी अधिकारियों को क्रूज पर अरबाज के पास से ड्रग्स मिले थे या उन्हें इन चीजों को वहां प्लांट किया गया था. मतलब एनसीबी के इस थ्रिलर और सस्पेंस कहानी में अभी बहुत कुछ है.
ड्रग रैकेट और ड्रग्स जैसी चीजों के खिलाफ एक्शन जरूरी है, लेकिन लाइट कैमरा एक्शन के चक्कर में कही किरदार गलत तो नहीं चुन लिए गए? सवाल एनसीबी के कामकाज पर भी है.
NCB ने मुंबई के समंदर से क्रूज तो खोज निकाला, लेकिन वो अपने जाल में बड़ी मछलियों को कब फंसाएगा? फिलहाल नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के स्क्रिप्ट को देखकर क्रिटीक तो पूछेंगे जनाब ऐसे कैसे?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)