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वीडियो एडिटर: पुर्णेंदू प्रीतम
झारखंड के साहिबगंज में बरहेट थाना. थानेदार सरेआम, दिन दहाड़े थाने में एक युवती को पीट रहा है. भद्दी-भद्दी गालियां दे रहा है और आसपास के लोग तमाशा देख रहे हैं. जब युवती से मारपीट का वीडियो वायरल हुआ थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन जरा पीछे जाएं तो पता चलेगा कि ये थानेदार 'हिस्ट्रीशीटर' है.
दरअसल वीडियो में दिख रही युवती रेखा कुमारी है. रेखा ने अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जाकर रामू मंडल नाम के शख्स से प्रेम विवाह किया था. इसके बाद लड़की की मां ने थानेदार से मौखिक शिकायत की. इसी पर थानेदार हरीश पाठक ने रामू मंडल के पिता राजिंदर मंडल को पहले तो हवालात में बंद कर दिया. हालांकि इस बीच लड़की के घरवाले भी शादी के लिए तैयार हो गए. लेकिन लाख मिन्नतों के बाद भी हरीश पाठक ने राजिंदर मंडल को घर नहीं जाने दिया.
राजिंदर मंडल का आरोप है उन्हें पांच दिन तक हवालात में रखा गया और इतना पीटा गया कि वो बेहोश हो गए. रेखा कुमारी ने जब राजिंदर मंडल को छोड़ने का आग्रह किया तो हरीश पाठक ने उसे थाने बुलाया और फिर सरेआम पिटाई की, गालियां दीं. पिटाई के बाद रेखा ने आला अफसरों से इंसाफ की गुहार लगाई. लेकिन एक्शन तब हुआ जब वीडियो वायरल हुआ. खुद सीएम ने ट्वीट कर हरीश पाठक के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए. इसके बाद हरीश पाठक को सस्पेंड किया गया और उसके खिलाफ FIR दर्ज कई गई.
हालांकि अब भी परिवार का आरोप है कि हरीश पाठक को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं क्योंकि जमानती धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. वैसे हरीश पाठक पर पहले भी आरोप लगे हैं और वो न जाने कैसे फिर कहीं न कहीं थानेदार की कुर्सी पा जाते हैं.
ये बात तब की है जब हरीश पाठक जामताड़ा में थानेदार हुआ करता था. उसकी कस्टडी में मिन्हाज अंसारी नाम के युवक की मौत हुई थी. कस्टोडियल कीलिंग का आरोप लगा. सस्पेंड हुआ. मिन्हाज के घरवालों को आज तक इंसाफ नहीं मिला लेकिन हरीश पाठक जरूर बहाल हो गया.
दरअसल मिन्हाज अंसारी एक वॉट्सऐप ग्रुप का एडमिन था. उस ग्रुप पर किसी ने बीफ की फोटो शेयर की थी. इसके बाद हरीश पाठक ने मिन्हाज को उठाया. आरोप है कि पाठक ने मिन्हाज को पीट-पीटकर मार डाला. उस मामले में भी केस हुआ.
इस बीच सरकार भी बदल गई लेकिन अंसारी के घरवालों का नसीब नहीं बदला. इधर पाठक कथित जांच के बीच में ही बहाल हो गया और फिर से थानेदार बन गया और अब ये रेखा कुमारी का मामला सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद मिन्हाज अंसारी के परिवार ने एक बार फिर से डीजीपी, सरकार और राष्ट्रपति से इंसाफ की गुहार लगाई है.
इसके अलावा जून 2020 में चंद्राई सोरेन नाम के एएसआई की मौत के मामले में भी पाठक की भूमिका संदिग्ध है. पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने हरीश पाठक के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है.
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