Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News videos  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019MP: आदिवासी शख्स पर पेशाब करने वाला BJP MLA का करीबी गिरफ्तार, घर पर चला बुलडोजर

MP: आदिवासी शख्स पर पेशाब करने वाला BJP MLA का करीबी गिरफ्तार, घर पर चला बुलडोजर

MP Urination case: पीड़ित दशमत रावत कोल जनजाति से आते हैं, जो विंध्य क्षेत्र का सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय है.

विष्णुकांत तिवारी
न्यूज वीडियो
Updated:
<div class="paragraphs"><p>MP: आदिवासी शख्स पर पेशाब करने वाला BJP MLA का करीबी प्रवेश शुक्ला गिरफ्तार</p></div>
i

MP: आदिवासी शख्स पर पेशाब करने वाला BJP MLA का करीबी प्रवेश शुक्ला गिरफ्तार

(फोटो- क्विंट हिंदी) 

advertisement

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक केदारनाथ शुक्ला के एक कथित स्थानीय सहयोगी प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla) को मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh) ने गिरफ्तार कर लिया है. शुक्ला पर आरोप है कि उसने सीधी (Sidhi) में एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब की थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसके बाद शुक्ला को 4 जुलाई की देर रात गिरफ्तार किया गया है.

इसके अलावा प्रशासन ने उसके घर पर बुलडोजर भी चलाया है.

हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हुए 10 सेकेंड के एक पुराने वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति सिगरेट पीते हुए आदिवासी शख्स दशमत रावत पर पेशाब करता नजर आ रहा है.

स्थानीय लोगों के अनुसार, 36 वर्षीय दशमत रावत सीधी के कुबरी बाजार जा रहे थे, तभी उनकी मुलाकात प्रवेश से हुई. उस वक्त प्रवेश काफी नशे में था. जब रावत ने प्रवेश से अपनी मजदूरी मांगी, तो प्रवेश ने दशमत के साथ मारपीट की और फिर पेशाब कर दिया.

रावत कोल जनजाति से आते हैं, जो राज्य के विंध्य क्षेत्र का सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय है. माना जाता है ये आदिवासी समुदाय बीजेपी समर्थक है. 2011 की जनगणना के अनुसार, कोल समुदाय की आबादी 11.67 लाख से अधिक है - और ये पूरे क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव रखते हैं.

पिछले तीन महीनों में, बीजेपी ने साल के आखिरी में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से पहले इस समुदाय को लुभाने के लिए कम से कम दो बड़े कार्यक्रम आयोजित किए हैं.

सूत्रों ने क्विंट हिंदी को बताया कि चूंकि आरोपी और पीड़ित दोनों कुबरी गांव के रहने वाले हैं - और पीड़ित "अल्पसंख्यक वर्ग" से है - इसलिए उनके परिवार में घटना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं थी.

स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारी पवन सिंह ने क्विंट हिंदी को बताया:

"हमें आज (मंगलवार, 4 जुलाई) वायरल वीडियो के बारे में जानकारी मिलने के बाद, हमने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की कई धाराओं के तहत खुद ही संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है. आरोपी के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जाएगा.”
पवन सिंह
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बीजेपी विधायक ने आरोपी प्रवेश शुक्ला से संबंध को इनकार किया

इस घटना के बाद कांग्रेस बीजेपी पर काफी हमलावर हो गई, पार्टी ने बीजेपी नेताओं के साथ आरोपी की तस्वीरें साझा, हालांकि बीजेपी ने शुरू से ही आरोपी प्रवेश शुक्ला के साथ अपने संबंधों को खारिज कर दिया है.

यहां तक ​​कि विधायक केदारनाथ शुक्ला ने भी कहा कि प्रवेश उनका सहयोगी नहीं है. लेकिन, ऐसे कई पर्चे, पोस्टर और दस्तावेज सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिससे पता चलता है कि केदारनाथ शुक्ला और प्रवेश दोनों के अच्छे संबंध हैं.

क्विंट हिंदी से बातचीत में सीधी के बीजेपी विधायक ने आरोपी के साथ अपने संबंध से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि, "पार्टी का सदस्य होना तो दूर, वह तो सहयोगी भी नहीं हैं."

"मैं उसे जानता हूं, लेकिन वह न तो बीजेपी का सदस्य है और न ही मेरा कोई प्रतिनिधि. मुझे आज इस मामले के बारे में पता चला और मैंने इस संबंध में सीएम से बात की है. दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी."
केदारनाथ शुक्ला

हालांकि, 4 जुलाई को रात करीब 10 बजे प्रवेश शुक्ला के पिता रमाशंकर शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका बेटा विधायक का सहयोगी है और आरोप लगाया कि उनकी राजनीतिक गतिविधियों के कारण उसे निशाना बनाया गया है.

"उसे उसकी राजनीतिक गतिविधियों के लिए निशाना बनाया जा रहा है. वह पिछले 4-5 सालों से विधायक प्रतिनिधि है और वह अभी भी विधायक प्रतिनिधि है. उसे उसकी राजनीतिक गतिविधियों की वजह से निशाना बनाया गया है."
रमाशंकर शुक्ल

मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा से जब आरोपी के पार्टी से जुड़े होने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, "यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि मैं इस घटना की निंदा करता हूं. ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. और ऐसा (पार्टी) कार्यकर्ता कोई (पार्टी) कार्यकर्ता नहीं है."

जब मीडिया ने सवाल किया कि क्या आरोपी को पार्टी से निकाल दिया गया है, तो शर्मा ने हां में जवाब दिया. हालांकि, स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बीजेपी मामले को "छिपाने" की कोशिश कर रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर जो कुछ आ रहा है वह बीजेपी पर ही आरोप लगाता दिख रहा है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 05 Jul 2023,11:06 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT