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संसद (Parliament) में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के अभिभाषण पर पीएम मोदी (PM Modi) ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत विपक्ष पर निशाने से की, उन्होंने परिवारवाद, महंगाई और कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी (BJP) की 370 सीटों पर जीत होगी और एनडीए को 400 पार सीटें मिलेंगी. चलिए पीएम मोदी के भाषणों की बड़ी बातों पर नजर डालते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि, राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में चार स्तंभों का जिक्र किया, वे स्तंभ जितने ज्यादा मजबूत होंगे, जितने ज्यादा विकसित होंगे, जितने ज्यादा समृद्ध होंगे उतना ही हमारा देश समृद्ध होगा. ये चार स्तंभ देश की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई बहन और किसना हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष ने जो संकल्प किया है, मैं उसकी सराहना करता हूं. इससे मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया है. इन्होंने लंबे समय तक वहां (विपक्ष में) रहने का संकल्प लिया है. अब कई दशक तक जैसे यहां बैठे थे, वैसे ही कई दशक तक वहां बैठने का आपका संकल्प जनता जनार्दन पूरा करेगी. पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग (विपक्ष) जिस प्रकार से इन दिनों मेहनत कर रहे हैं. मैं पक्का मानता हूं कि जनता जनार्दन आपको जरूर आशीर्वाद देगी. और आप जिस ऊंचाई पर हैं, उससे भी अधिक ऊंचाई पर जरूर पहुंचेगे और अगले चुनाव में दर्शक दीर्घा में दिखेंगे.
"कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बेहतरीन मौका मिला था. दस साल कम नहीं होते. लेकिन उस दायित्व को निभाने में विफल हुए. जब खुद विफल हो गए तो विपक्ष में कुछ अच्छे लोग भी हैं उन्हें भी उभरने नहीं दिया. एक प्रकार से इतना बड़ा नुकसान कर दिया, खुद का भी और विपक्ष का भी. संसद का भी और देश का भी. इसलिए मैं हमेशा चाहता हूं कि देश को एक स्वस्थ अच्छे विपक्ष की बहुत जरूरत है."
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया है, खुद कांग्रेस ने भी उसका खामियाजा उठाया है. खड़गे इस सदन से उस सदन में चले गए. गुलाम नबी तो पार्टी से ही शिफ्ट कर गए. ये सब परिवारवाद की भेंट चढ़ गए. एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में अपनी ही दुकान को ताला लगाने की नौबत आ गई.
पीएम ने कहा कि देश परिवारवाद से त्रस्त है. विपक्ष में एक ही परिवार की पार्टी है. हमें देखिए, ना राजनाथ जी की पॉलिटिकल पार्टी है, ना अमित शाह की पॉलिटिकल पार्टी है. जहां एक परिवार की पार्टी ही सर्वेसर्वा हो, वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. देश के लोकतंत्र के लिए परिवारवादी राजनीति हम सबकी चिंता का विषय होना चाहिए. किसी परिवार के दो लोग प्रगति करते हैं, मैं उसका स्वागत करूंगा लेकिन सवाल ये है कि परिवार ही पार्टियां चलाती हैं. ये लोकतंत्र को खतरा है.
कांग्रेस एक परिवार में उलझ गई है, अपने परिवार के बाहर वे देखने के लिए तैयार ही नहीं. कांग्रेस में कैंसिल कल्चर डेवलप हुआ है. हम कहते हैं मेक इन इंडिया, वे कहते हैं कैंसिल, हम कहते हैं आत्मनिर्भर भारत वे कहते हैं कैंसिल, हम कहते हैं वंदे भारत ट्रेन, वे कहते हैं कैंसिल, हम कहते हैं संसद की नई इमारत, वे कहते हैं कैंसिल, ये मोदी की नहीं देश की उपलब्धियां हैं, इतनी नफरत कब तक पाले रखोगे, देश की सफलताओं को भी आप कैंसिल करके बैठ गए.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के हमारे साथी ओबीसी को लेकर बहुत चिंता जताते हैं. वे हमसे हिसाब मांगते हैं कि सरकार में कितने ओबीसी हैं. मैं हैरान हूं कि उन्हें सबसे बड़ा ओबीसी नजर नहीं आता. कांग्रेस को मेरे जैसा ओबीसी नजर नहीं आता.
लाल किले से पहले पीएम नेहरू जी ने कहा था कि 'हिंदुस्तान में मेहनत करने की आदत आमतौर से नहीं है, हम इतनी मेहनत नहीं करते जितनी जापान, अमेरिका, यूरोप, चीन वाले करते हैं', ये भारत के लोगों को निचा दिखा रहे हैं, ये पीएम नेहरू की भारतीय के प्रति सोच है कि भारतीय आलसी हैं, कम अक्ल के हैं.
इंदिरा जी की सोच भी इससे ज्यादा अलग नहीं थी, इंदिरा जी ने लाल किले से कहा था कि 'दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई कठिनाई आती है तब हम नाउम्मीद हो जाते हैं और कभी-कभी तो ये लगता है कि हमने पराजय की भावना को अपना लिया है.' इंदिरा जी भले ही भारतीयों का सही आकलन नहीं कर पाई लेकिन उन्होंने कांग्रेस का सही आकलन किया.
पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू जी हमेशा महंगाई का गीत गाते रहे. वह हमेशा महंगाई कंट्रोल करने में 'नहीं' का गीत गाते रहे. जब भी कांग्रेस आती है, महंगाई लेकर आती है. उनके कार्यकाल में हर चीज की कीमत बढ़ती है. कांग्रेस महंगाई को लेकर हर बार लाचार दिखी. देश में मंहगाई को लेकर दो गाने सुपरपहिट हुए. 'महंगाई मार गई', 'महंगाई डायन खाए जात है'. ये दोनों गाने कांग्रेस के शासनकाल में आए थे. यूपीए कार्यकाल में महंगाई डबल डिजिट में थी. हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस खुद को शासक समझती है. वो एक परिवार से आगे सोच नहीं सकती. कुछ दिन पहले भानुमति का कुनबा जोड़ा और अब अलायंस का अलाइनमेंट बिगड़ गया है. इनको एक दूसरे पर भी भरोसा नहीं है. हमारा पहला कार्यकाल इनके गड्डे भरने में लग गया. दूसरे कार्यकाल में नए भारत की नींव रखी. कांग्रेस की मानसिकता से देश को नुकसान हुआ है.
पीएम मोदी ने कहा,
पीएम मोदी ने राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा कि देश में एक ऐसे मंदिर का निर्माण हुआ है, जो भारत की महान संस्कृति को ऊर्जा देता रहेगा. हमारी सरकार का तीसरा कार्यकाल भी बहुत दूर नहीं है. ज्यादा से ज्यादा 100-125 दिन बाकी हैं. पूरा देश कह रहा है अबकी बार मोदी सरकार. पीएम ने कहा कि,
पीएम मोदी ने कहा, "10 साल पहले 2014 में फरवरी महीने में जो अंतरिम बजट आया था उस समय कौन थे, सबको पता है. उस बजट को पेश करते वक्त तब के वित्त मंत्री ने कहा था- आई नाउ विश टू लुक फॉरवर्ड हाउ मैनी. 2014 पर 11वीं अर्थव्यवस्था होने पर गर्व है. आज 5वीं अर्थ व्यवस्था होने पर भी खुशी नहीं है."
पीएम मोदी ने कहा,
पीएम मोदी ने हेमंत सोरेन का बिना नाम लिए सरकारी एजेंसियों के ऐक्शन का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा,
पीएम मोदी ने कहा, "भ्रष्टाचार पर एजेंसिया एक्शन ले रही हैं. उस पर भी इतना गुस्सा. क्या-क्या शब्द यूज हो रहे हैं. 10 साल पहले हमारे सदन में घोटाले और भ्रष्टाचार की चर्चा होती थी. तब सदन एक्शन की मांग करता था. आज जब भ्रष्टाचारियों पर एक्शन हो रहा है तो लोग उनके समर्थन में हंगामा करते हैं. इनके समय में, एजेंसियों का राजनीतिक उपयोग होता था, बाकी उनको कोई काम नहीं करने दिया जाता था."
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